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नई दिल्ली
विधानसभा सदन में प्रश्न काल के दौरान पूछे गए सवालों के उत्तर में जल बोर्ड के अधिकारियों ने पालम से संबंधित सीवर जाम की समस्या पर गलत जानकारी दे दी। जिस पर इलाके के विधायक कुलदीप साेलंकी ने आपत्ति की और इस मुद्दे को सदन में मौजूद कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा के सम्मुख रखा।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों की तरफ से जो जानकारी आई है वह गलत है। इलाके लोग सीवर जाम की समस्या से परेशान हैं और उत्तर में ऐसा नहीं बताया गया है। जिस पर प्रवेश वर्मा ने स्पष्ट किया कि अधिकारियों को पहले ही बोला गया था कि जो भी जवाब आए वह जमीनी स्तर पर जांच करने के बाद ही आए। इसके बाद भी अगर किसी अधिकारी ने गलत जानकारी दी है तो इस पर सख्त कार्रवाई होगी।
वहीं, मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र का नाम बदलकर शिव विहार किए जाने को लेकर शुक्रवार को विधानसभा सदन में निजी संकल्प रखा जाना था। मगर विपक्ष के सदन में मौजूद न होने से इसे टाल दिया गया है। इलाके के विधायक व दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट इस पर निजी संकल्प के तौर पर सदन में प्रस्ताव लाने वाले थे।
शिव विहार नाम किए जाने की प्रबल इच्छा
उन्होंने कहा कि इस संकल्प को आगे के दिनों में लाया जाएगा। उन्होंने मुस्तफाबाद नाम एक प्रॉपर्टी डीलर के नाम पर रखा गया है जिसने यह कॉलोनी बसाई थी। उन्होंने कहा कि इलाके की जनता इसका नाम शिव विहार किए जाने की प्रबल इच्छा है जिसे पूरा किया जाएगा। मुस्तफाबाद को लेकर संकल्प भले ही सदन में नहीं आ सका है मगर एक और इलाके का नाम बदलने की मांग सामने आ गई है।
बाबरपुर का नाम अब्दुल कलाम के नाम पर करने की मांग
घोंडा से विधायक अजय महावर ने बाबरपुर का नाम डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जल्द ही वह विधानसभा सदन में इसके लिए प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का नाम रखने पर किसी को आपत्ति नहीं होगी। बाबर का नाम तो बिल्कुल हटाया जाना चाहिए जो एक आक्रांता था और उसने अयोध्या में भगवान राम जन्मभूमि पर बना मंदिर तक तोड़ दिया था। उसने देश में बहुत बड़ा नुकसान और आतंक फैलाया था। ऐसे व्यक्ति के नाम पर दिल्ली में एक विधानसभा क्षेत्र का नाम है जो तुरंत बदल जाना चाहिए।