अधिकारियों ने कहा कि इनमें से कई वाहन ओवरलोड थे, जिससे वे अधिक असंतुलित हो गए और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई। इससे निपटने के लिए, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अब जनवरी और फरवरी में हुई 122 दुर्घटनाओं में शामिल वाहनों को शहर में प्रवेश देने से मना कर दिया है।

ऐसे वाणिज्यिक वाहनों पर प्रतिबंध कृसे क्या होगा?

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) सत्यवीर कटारा के मुताबिक ये भारी वाणिज्यिक वाहन विशेष रूप से घनी आबादी वाले क्षेत्रों में और यहां तक कि कभी-कभी गैर-पीक ट्रैफिक घंटों के दौरान भी गंभीर जोखिम पैदा करते हैं।

इनमें से कई दुर्घटनाएं ओवरलोडिंग, ब्रेक फेल होने, चालक की थकान और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण होती हैं। उन्हें प्रवेश की अनुमति न देना केवल नियमों को लागू करने के बारे में नहीं है, यह उनके लिए हमारे सड़कों पर संभावित हादसों से बचने का एक सबक है।
इन प्रतिबंधों से यह सुनिश्चित करने की उम्मीद है कि वाणिज्यिक वाहन केवल निर्दिष्ट घंटों के दौरान ही चलेंगे, जिससे भीड़भाड़ कम होगी और छोटे वाहनों, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के साथ टकराव का जोखिम कम होगा।