यमुना नदी में क्रूज चलाने का रास्ता साफ
इस मौके पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा, मुख्य सचिव धर्मेंद्र समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पुनर्जीवित होगी यमुना की सांस्कृतिक विरासत
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने इस अवसर पर कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2016 में यमुना को राष्ट्रीय जलमार्ग 110 घोषित किया था। उन्होंने कहा कि क्रूज पर्यटन और फेरी सेवा की शुरुआत के साथ ही हम दिल्ली में एक नई पर्यावरण अनुकूल परिवहन प्रणाली की नींव रख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम दिल्ली को हर संभव मदद देंगे और जरूरत पड़ने पर यमुना नदी की गहराई भी बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप देश भर में जलमार्गों के पुनरुद्धार पर जोर दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने, इसकी सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने और दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
यमुना में क्रूज टूरिज्म अभी एक शुरुआत
उपराज्यपाल सक्सेना ने कहा कि यमुना को सालों तक एक नाले के रूप में देखा जाता रहा, लेकिन अब यह सोच बदलेगी। उन्होंने कहा कि अगर यह एमओयू एक साल पहले हुआ होता तो आज यह सेवा शुरू हो गई होती।
उन्होंने कहा कि लेकिन पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस योजना को खारिज कर दिया, दूसरी बार जब हमने भारतीय नौसेना से बोट लेकर यमुना की गहराई मापने का काम शुरू किया तो तत्कालीन मुख्यमंत्री ने ऐसा नहीं होने दिया।
उन्होंने कहा कि यमुना में क्रूज टूरिज्म अभी एक शुरुआत है। आने वाले समय में इस योजना में पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) को भी बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि इस योजना को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सके। उन्होंने दिल्ली के लोगों से यमुना को सिर्फ एक नदी के रूप में नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और मां के रूप में देखने की अपील की।
जल्द सजेगी यमुना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आज यमुना के पास पार्क और यमुना नदी में फेरी और क्रूज की सुविधा दिल्ली में पर्यटन के लिए एक नया आयाम साबित होगी।
उन्होंने कहा कि पहले जो लोग सत्ता में थे, उन्होंने दिल्ली के विकास को रोकने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली की जनता के फैसले ने उन्हें रोक दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इसका श्रेय डबल इंजन सरकार को जाता है, जिसे दिल्ली की जनता ने मौका दिया है।