टीम को पता चला ठगी के 38 लाख रुपये जयपुर स्थित एयू बैंक में दिनेश के खाते में भेजे गए हैं। पुलिस बैंक शाखा पहुंची तो पता चला कि सारी रकम चेक के जरिये एक ही बार में खाते से निकाली गई है। पुलिस ने खाते की जानकारी जुटाई और पांच मार्च को दिनेश को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर बाद में इसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया।
आरोपितों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दिनेश ने दो प्रतिशत मुनाफे पर अपना खाता ठगी की रकम के लिए किराये पर दिया हुआ था। इनका साथी महेश कंबोडिया में बैठे ठगों के संपर्क में है। महेश का काम राजस्थान में बैंक खातों का इंतजाम करना था। वह उन खातों से रकम निकालकर हवाला के जरिये कंबोडिया भेजता था।

पिछले माह की घटनाएं

  • चार फरवरी 2025 : दिल्ली के आउटर नार्थ पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट करने वाले दो आरोपितों को किया गिरफ्तार
  • 10 फरवरी 2025 : दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर कंवर सेन को डिजिटल अरेस्ट कर 19 लाख रुपये ठगे।
  • 28 फरवरी 2025 : प्रीत विहार इलाके में डिजिटल अरेस्ट कर युवक से 7.85 लाख रुपये ठगे

मुनाफे का झांसा दे ठगे 11.37 लाख रुपये

पुराना सीलमपुर इलाके में वेबसाइट पर रिव्यू देने के बदले मुनाफा होने का झांसा देकर एक युवक से 11.37 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने टेलीग्राम एप के जरिये पीड़ित से संपर्क किया था। पीड़ित जाहिद मलिक की शिकायत पर उत्तर पूर्वी जिले की साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी की है।

जिन खातों में ठगी की रकम गई है, उनकी पड़ताल करके ठगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। जाहिद मलिक परिवार के साथ पुराना सीलमपुर में रहते हैं। उनका मोबाइल स्क्रैप का कारोबार है। पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि 31 दिसंबर को उनके पास टेलीग्राम पर मैसेज आया था, जिसमें वर्क फ्राम होम करने की नौकरी लिखी थी।

ठगों के बातों में फंस गई महिला

पीड़ित उनकी बातों में आ गया। पीड़ित के पास एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाली महिला ने खुद को एक कंपनी का प्रतिनिधि बताया। उसने पीड़ित से कहा कि उनकी कंपनी विभिन्न वेबसाइट पर रिव्यू देती है, जिसके बदले में मुनाफा दिया जाता है।

महिला ने बातों-बातों में पीड़ित से उसकी बैंक समेत अन्य जानकारी हासिल कर ली। शुरुआत में पीड़ित को रिव्यू के बदले में रकम भी दी गई। उसे झांसे में लेकर विभिन्न खातों में 11.37 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।