पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर उग्र और भड़काऊ बयान देकर भारत को परमाणु युद्ध की अप्रत्यक्ष धमकी दी है। अमेरिका दौरे पर गए मुनीर ने कहा कि अगर पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को किसी भी प्रकार का खतरा हुआ, तो “आधी दुनिया तबाह हो जाएगी।” यह बयान उन्होंने अमेरिकी सैन्य अधिकारियों से मुलाकात के दौरान दिया, जो भारत में हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में देखा जा रहा है।
सिंधु नदी पर मिसाइल हमले की धमकी
मुनीर ने भारत द्वारा सिंधु नदी पर बनाए जा रहे बांधों को लेकर भी कड़ा एतराज़ जताया और धमकी भरे लहजे में कहा, “अगर भारत सिंधु नदी पर बांध बनाएगा, तो पाकिस्तान उसे 10 मिसाइलों से नष्ट कर देगा।” उन्होंने आगे कहा कि सिंधु नदी भारत की ‘निजी संपत्ति’ नहीं है और पाकिस्तान के पास ‘मिसाइलों की कोई कमी नहीं’ है।
ऑपरेशन सिंदूर से मची खलबली
असीम मुनीर के ये बयान ऐसे समय पर आए हैं जब भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई गुप्त सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के खुलासे से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। 9 अगस्त को बेंगलुरु में आयोजित ‘एयर चीफ मार्शल एलएम कात्रे मेमोरियल लेक्चर’ में भारतीय वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के भीतर 5 दुश्मन विमान ध्वस्त किए गए। उन्होंने इस ऑपरेशन के साक्ष्य भी सार्वजनिक किए।
इसके ठीक एक दिन बाद, 10 अगस्त को थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने IIT मद्रास में दिए एक बयान में कहा कि सेना को ऑपरेशन सिंदूर के लिए पूरी ‘फ्री हैंड’ दी गई थी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि “जिस युद्ध की केवल कल्पना की जा रही है, वह वास्तविकता में बदल सकता है।”
लगातार दो बार अमेरिका दौरे पर मुनीर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की घबराहट को इस बात से भी समझा जा सकता है कि असीम मुनीर ने बहुत ही कम समय में दो बार अमेरिका की आधिकारिक यात्राएं की हैं। 10 अगस्त को वह अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड (CENTCOM) प्रमुख जनरल माइकल ई. कुरिल्ला के विदाई समारोह में शामिल होने वॉशिंगटन पहुंचे।
वहां उन्होंने अमेरिका के शीर्ष रक्षा अधिकारियों से मुलाकात की, जिसमें ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल डैनियल केन भी शामिल थे। पाकिस्तान की तरफ से उन्हें औपचारिक निमंत्रण भी दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के बाद असीम मुनीर की यह दूसरी अमेरिका यात्रा है, जिससे संकेत मिलता है कि पाकिस्तान भारत की सैन्य रणनीति को लेकर अत्यधिक चिंतित है और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है।
भारत की रणनीति: कार्रवाई पहले, बयान बाद में
पाकिस्तानी सेना प्रमुख की तीखी प्रतिक्रिया के विपरीत, भारत ने अब तक संयमित लेकिन सख्त रुख अपनाया है। भारतीय रक्षा तंत्र अब “कार्रवाई पहले, बयान बाद में” की नीति पर चलता दिख रहा है, जिसमें सीमापार आतंकी ढांचों को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन औपचारिक घोषणा तभी की जाती है जब आवश्यक हो।