दुनिया के दो अलग-अलग हिस्सों में रविवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। मेक्सिको में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया जबकि तुर्किए में 6.1 तीव्रता के झटकों ने एक बार फिर तबाही मचाई। इन दोनों देशों की भौगोलिक स्थिति इन्हें भूकंप के लिए बेहद संवेदनशील बनाती है।
मेक्सिको में क्यों आता है भूकंप?
रिपोर्ट के अनुसार मेक्सिको के ओक्साका तट के पास आया यह भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। मेक्सिको ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है जो प्रशांत महासागर के चारों ओर भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों का एक प्रमुख क्षेत्र है। यहां प्रशांत, उत्तरी अमेरिकी और रिवेरा प्लेटें आपस में टकराती हैं जिससे लगातार भूकंप आते हैं।
तुर्किए में भी जोरदार झटके
रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किए के उत्तर-पश्चिमी प्रांत बालिकेसिर में आए 6.1 तीव्रता के भूकंप से भारी नुकसान हुआ। तुर्किए के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि इस हादसे में 81 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई कई लोग घायल हुए और 15 से ज़्यादा इमारतें गिर गईं।
भारत और अन्य देश भी प्रभावित
भूकंप की वजह से भारत में भी कई बार बड़ी तबाही हो चुकी है। नेपाल, पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसी देश भी भूकंप के कारण बुरी तरह प्रभावित होते रहे हैं। ये सभी देश टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल वाले क्षेत्रों में स्थित हैं जिससे यहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है।