ग्रेटर नोएडा के एक छोटे से मोहल्ले में उस समय सनसनी फैल गई जब दो महीने पहले दुनिया को अलविदा कह चुकी एक महिला के बैंक खाते में खरबों की राशि जमा होने की जानकारी सामने आई। यह घटना दनकौर थाना क्षेत्र के ऊंची दनकौर मोहल्ले की है, जहां गायत्री देवी नामक महिला की मृत्यु के बाद उनके परिवार ने जैसे-तैसे बैंक खाता संभालना शुरू किया था। लेकिन जो हुआ, उसने परिवार ही नहीं, पूरे इलाके को चौंका कर रख दिया।
एक मैसेज ने उड़ाए होश
मृतका का बेटा दीपक कुमार जब रोजमर्रा की तरह अपनी मां के कोटक महिंद्रा बैंक खाते से जुड़े यूपीआई का इस्तेमाल कर रहा था, तो अचानक उसके मोबाइल पर एक अजीबो-गरीब मैसेज आया। उस मैसेज में अकाउंट में ट्रांसफर हुई राशि इतनी बड़ी थी कि उसे देखकर दीपक की आंखें फटी की फटी रह गईं।
सूत्रों के मुताबिक, मैसेज में जो आंकड़ा दिखा वो था –10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,00,00,299 रुपये।(यह रकम किसी फाइनेंशियल सिस्टम में देखे गए सबसे विचित्र और अबाध धनराशियों में से एक मानी जा रही है।)
बैंक ने खाता किया फ्रीज, नहीं दी ज्यादा जानकारी
जैसे ही दीपक ने यह देखा, वो भागकर बैंक पहुंचा। लेकिन बैंक अधिकारियों ने यह कहकर उसे रोक दिया कि खाता फ्रीज कर दिया गया है और मामले को आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। बैंक का कहना है कि इतनी बड़ी ट्रांजैक्शन किसी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी या संदिग्ध फंड मूवमेंट की ओर इशारा करती है, जिसे बिना जांच के छूना भी मुमकिन नहीं।
अब जांच के घेरे में ये सवाल
-क्या ये कोई सिस्टम ग्लिच था?
-किसी गलत अकाउंट नंबर में पैसे ट्रांसफर हुए?
-या फिर है कोई साइबर फ्रॉड की बड़ी साजिश?
इन सभी संभावनाओं को आयकर विभाग और अन्य केंद्रीय एजेंसियां खंगालने में जुट गई हैं। बैंक के उच्च सूत्रों के अनुसार, ऐसी रकम न तो व्यक्तिगत ट्रांजैक्शन में दिख सकती है, न ही सामान्य बैंकिंग में इसकी कोई जगह है।
पुलिस को नहीं है औपचारिक सूचना
स्थानीय पुलिस को अभी तक इस मामले की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह का कहना है कि अगर कोई रिपोर्ट आती है तो पूरी छानबीन की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि इतनी बड़ी राशि कैसे और क्यों ट्रांसफर हुई, यह समझ से परे है।
गांव में बना कौतूहल का माहौल
ऊंची दनकौर गांव में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। लोग बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा, पारदर्शिता और संभावित गलतियों पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यह घटना कोई सॉफ्टवेयर बग या टाइपो भी हो सकती है, लेकिन तब भी इसका असर व्यापक हो सकता है।