पंजाब के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। तेज रफ्तार से शुरू हुई बारिश ने जन-जीवन पर तो गहरा असर डाला ही है, साथ ही तमाम सड़कें और खेत बारिश के पानी से पूरी तरह भर गए हैं। गांव निझरां से कोहाला जाने वाले रास्ते पर भी, दोआबा के एक प्रमुख किसान के रूप में जाने जाने वाले मंगल सिंह नागरा कोहाला के खेतों में ताजा रोपी गई धान की फसल सुबह ही पानी में बुरी तरह डूब गई थी, जो दोपहर तक पानी में दिखाई देना बंद हो गई थी। खेतों में जगह-जगह पानी जमा दिखाई दे रहा था और जालंधर से नहर की तरह बहता पानी पेट्रोल पंप के पास एक नीची जगह से काला संघियां की ओर तेज़ी से बह रहा था।
गौरतलब है कि बारिश रुकने के बाद भी शाम 7 बजे तक खेतों से लगातार पानी बहता रहा। लोगों में बाढ़ को लेकर भी चिंता है, कि अगर इंद्र देवता इसी तरह मेहरबान रहे, तो निश्चित रूप से बाढ़ का ख़तरा पैदा हो सकता है, क्योंकि ब्यास नदी में पानी बढ़ने की ख़बरें भी फैल रही हैं। कई जगहों पर किसान और मज़दूर बांध तोड़कर खेतों से पानी निकालते नजर आए। खैर, दोपहर बाद बारिश तो थम गई, लेकिन जगह-जगह जलभराव देखा गया।