नई दिल्लीः भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने उम्मीद जताई है कि बढ़ते व्यापार विवादों और विभिन्न संघर्षों से पैदा हुई वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत का आर्थिक प्रदर्शन स्थिर रहेगा। मित्तल ने एयरटेल की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में लिखी अपनी एक टिप्पणी में कहा है कि राजनीतिक स्थिरता के साथ ही बुनियादी ढांचा, लॉजिस्टक और आपूर्ति शृंखलाओं सहित प्रमुख क्षेत्रों में मजबूत नीतिगत प्रोत्साहन से निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बना है। उन्होंने कहा कि ऐसे में दुनिया के लिए एक विनिर्माण केंद्र बनने की भारत की महत्वाकांक्षाओं को गति मिल रही है।
मित्तल ने स्वीकार किया कि समग्र वैश्विक वृहद-आर्थिक वृद्धि विभिन्न क्षेत्रों में धीमी रही है और विकास की स्थायी गति सुनिश्चित करने के लिए समन्वित कार्रवाई की जरूरत है। उन्होंने लिखा, ”बढ़ते व्यापार तनाव और विभिन्न संघर्षों से बढ़ी वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भी, भारत अपने स्थिर आर्थिक प्रदर्शन को बनाए रखने की क्षमता रखता है। वैश्विक वृहद आर्थिक वृद्धि धीमी रही है और स्थायी गति सुनिश्चित करने के लिए समन्वित कार्रवाई की जरूरत है।”
भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 2024-25 में जुझारूपन दिखाया और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रही। इस दौरान देश की अनुमानित जीडीपी वृद्धि 6.5 प्रतिशत रही। मित्तल ने कहा कि निवेश और विनिर्माण में भारत की प्रगति को इसकी तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था का साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा, ”भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था दहाई अंकों की वृद्धि के साथ आगे बढ़ी है, जो व्यक्तियों, उद्यमों और सरकारों की अभूतपूर्व डिजिटल भागीदारी से प्रेरित है।” मित्तल ने कहा कि एयरटेल ने देश में डिजिटल नवाचार का नेतृत्व करने और डिजिटल आर्थिक वृद्धि का समर्थन करने के लिए निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।