निराला नगर में वर्ष 1962 में पराग डेयरी का 50 हजार लीटर क्षमता का प्लांट बना था। उस समय कानपुर नगर और कानपुर देहात से दूध आता था। करीब 20 हजार लीटर पराग दूध की बिक्री होती थी लेकिन धीरे-धीरे समय बीता और मशीनें खराब होने लगीं। वर्ष 2013 में प्लांट बंद कर दिया गया, जिससे पराग की बिक्री भी ठप हो गई और निजी कंपनियों ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए।