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वाराणसी
बेहतर वित्तीय साक्षरता, आनलाइन निवेश प्लेटफार्म की उपलब्धता और निवेश के बारे में जागरूकता के कारण नए निवेशकों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। जैसे-जैसे अधिक लोग वित्तीय साक्षरता हासिल कर रहे हैं, वे निवेश के लाभों और जोखिमों को बेहतर ढंग से समझने लगे हैं।
इससे वे निवेश करने के लिए प्रेरित होने लगे हैं। साथ ही आनलाइन प्लेटफार्म जैसे स्मार्टफोन सप और डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म ने निवेश को अधिक सुलभ बना दिया है। खासकर छोटे शहरों के निवेशकों के लिए। इन तमाम सुविधाओं के कारण उत्तर प्रदेश देश की दूसरी अर्थ व्यवस्था बन चुका है। साथ ही शेयर बाजार में निवेशकों की संख्या के मामले में भी उत्तर प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत कई राज्यों को पछाड़कर दूसरे स्थान पर पहुंचा है।
इसमें वाराणसी की भी भूमिका अहम है। कुल निवेशकों की संख्या में पहले जहां अपना प्रदेश सातवें स्थान पर था, अब नए निवेशकों के जुड़ने के मामले में काशी तीसरे स्थान पर है। पिछले वित्तीय जुड़े नए निवेशकों को लेकर नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) ने प्रदेश के शीर्ष 10 जनपदों की सूची जारी की है।
इसमें 1,32,236 नए निवेशकों के साथ लखनऊ प्रथम, 1,29, 252 निवेशकों के साथ मुरादाबाद दूसरे और 1,15,155 निवेशकों के साथ वाराणसी तीसरे स्थान पर है। इसके बाद गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज, बरेली, आगरा, अलीगढ़ व देवरिया है। प्रदेश में 26,62,464 नए निवेशकों के साथ कुल संख्या अब लगभग 1.20 करोड़ तक पहुंच गई है।
वाराणसी में भी बढ़ रहे निवेशकों की संख्या को देखते हुए एनएसई ने निफ्टी व बीएसई के सहयोग से दिसंबर 2023 में निवेशक सेवा केंद्र खोला। साथ ही कुछ माह पहले ही नगर निगम वाराणसी भी शेयर बाजार में उतर आया है। विभिन्न निवेश विकल्पों के बारे में जागरूकता में वृद्धि, जैसे कि म्यूचुअल फंड, स्टाक व बान्ड ने भी नए निवेशकों को आकर्षित किया है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जो उन निवेशकों को आकर्षित करती है जो अधिक विविध और कम जोखिम वाले निवेश विकल्प चाहते हैं। यही नहीं निवेशक एआइ व अन्य तकनीकी विकास में निवेश करने की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जो भविष्य में महत्वपूर्ण मूल्य सृजन अवसर प्रदान कर सकते हैं।
जैसे-जैसे लोगों की आय बढ़ती है, वे अधिक पैसे को निवेश करने के लिए उपलब्ध होते हैं, जिससे निवेश में वृद्धि होती है। सेवानिवृत्ति के लिए धन संचय करने के लिए निवेश भी एक महत्वपूर्ण कारण है, जो नए निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। लोग निवेश को धन बनाने और संपत्ति का निर्माण करने के लिए एक प्रभावी तरीका मान रहे हैं।
हालांकि इस क्षेत्र में जोखिम भी बहुत है। इसे लेकर पिछले दिनों वाराणसी के कमिश्नरी सभागार में ‘एसएमई आइपीओ-फंड जुटाने का एक उभरता विकल्प’ विषयक सेमिनार व वर्कशाप आयोजित किया गया था। इसमें स्कूली बच्चों को भी निवेश के प्रति जागरूक करने पर चर्चा की गई थी।
इस कार्यक्रम में एनएसई के चीफ रेगुलेटरी आफिसर अंकित शर्मा व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बिजनेस डेवलेपमेंट कृष्णन ऐयर ने भाग लिया था। अधिकारियों का कहना है कि सभी को शेयर मार्केट व निवेश की दुनिया को अच्छे से समझना होगा।