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कोतवाली देहात
एक गांव में दुल्हन मेहंदी लगाकर इंतजार करती रही, लेकिन दूल्हा बरात लेकर नहीं आया। रविवार देर रात तक इंतजार के बाद दुल्हन पक्ष ने पुलिस को सूचना दी। सोमवार की सुबह दूल्हे पक्ष के पांच लोग दुल्हन के गांव पहुंचे। दोनों पक्षों के बीच पंचायत हुई और खूब तर्क-वितर्क हुए।
दुल्हन पक्ष ने आरोप लगाया कि दूल्हे के स्वजन दहेज में कार की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न किए जाने पर दूल्हा पक्ष बरात लेकर नहीं आया। काफी देर गहमागहमी के बाद निकाह के इंतजाम में खर्च हुई धनराशि देने पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
कोतवाली देहात क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति की बेटी का निकाह छह माह पहले शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव दारानगर गंज निवासी एक युवक के साथ तय हुआ था। रविवार को बरात आनी थी। शादी के लिए 350 मेहमानों का खाना बनाया गया था और टेंट आदि भी लगाया गया था। दुल्हन भी तैयार होकर बरात का इंतजार कर रही थी। लेकिन उस समय निकाह की खुशियां काफूर हो गई, जब देर रात तक प्रतीक्षा के बाद भी बरात गांव नहीं पहुंची।
लड़की वालों ने पुलिस को दी सूचना
लड़की पक्ष ने इसकी सूचना पुलिस को दी। दूल्हा पक्ष से संपर्क किया गया तो उन्होंने दहेज में कार न मिलने के कारण बरात लाने से इनकार कर दिया। बरात न आने पर दोनों पक्ष के कुछ जिम्मेदार लोग समझौते के प्रयास में लग गए। सोमवार सुबह दूल्हा, अपने पिता, मां और दो अन्य लोग के साथ दुल्हन के गांव पहुंचा। यहां दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक पंचायत हुई। लड़की पक्ष का आरोप है कि दूल्हा पक्ष की ओर से अचानक दहेज में कार की मांग रख दी गई। जबकि पहले ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई थी।
निकाह की तैयारियों में खर्च हुए रुपये
कार की मांग पूरी न होने पर बरात रोक दी गई। निकाह की तैयारियों में उनका छह लाख रुपये खर्च हुए है। घंटों बातचीत और गहमा-गहमी के दोनों पक्षों में समझौता हो गया। दूल्हे पक्ष की ओर से करीब तीन लाख रुपये दुल्हन पक्ष को दिए गए।
थाना प्रभारी धमेंद्र सोलंकी ने बताया कि सूचना दी थी, लेकिन बाद में दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया। थाने में में लिखित में किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है।
दूसरी शादी कर रहा था युवक
गांव में चर्चा है कि युवक का यह दूसरा निकाह हो रहा था। पहले पत्नी विवाद के चलते अपने मायके चली गई थी। अब युवक अपना दूसरा निकाह करने लगा था तो पहली पत्नी आने को तैयार हो गई और उसने दूसरे निकाह का विरोध किया। जिसके चलते दूल्हा पक्ष बरात लाने में आना-कानी करने लगा और दहेज में कार देने की मांग कर दी।