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सुप्रीम कोर्ट ने पति के आत्महत्या करने का उसकी पत्नी द्वारा मोबाइल पर वीडियो बनाने के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट को उचित कदम उठाने का निर्देश दिया है। मामला बंगाल के हावड़ा जिले के बाली इलाके का है।
चार साल पुराना है मामला
बता दें कि 2021 में अमन साव नामक व्यक्ति ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी पत्नी नेहा शुक्ला ने इसका पूरा वीडियो बनाया था। इस घटना ने नागरिक समाज को स्तब्ध कर दिया था। प्रश्न उठा था कि पत्नी ने पति को आत्महत्या करने से रोका क्यों नहीं? पत्नी के इसका वीडियो बनाने पर भी भारी हैरानी जताई थी।
पुलिस ने पत्नी को किया था गिरफ्तार
पुलिस ने पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। 40 दिनों की न्यायिक हिरासत के बाद उसे जमानत मिल गई थी। जांच में पुलिस की कथित शिथिलता के कारण यह मामला बंद हो गया था। मृतक के स्वजनों ने इसके विरुद्ध कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया। चार साल बाद यह मामला फिर से खुला था।
न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष ने पुलिस से मामले की केस डायरी व अन्य दस्तावेज मांगे थे। पुलिस की ओर से विभिन्न कारण बताकर उन्हें अदालत में पेश नहीं किया गया। इस कारण मामला लंबित हो गया। यह देखकर मृतक के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में मामला किया। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को इस मामले में उचित व्यवस्था लेने को कहा है।
2020 में हुई थी अमन और नेहा की शादी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अमन की 2020 में नेहा से विवाह हुआ था। विवाह के बाद से ही दोनों में झगड़ा होता था। अमन पेशे से कपड़ा व्यवसायी थे। अमन के पिता जगन्नाथ साव ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक बेटे को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।