हिमाचल में प्यारी बहना योजना के तहत 1500 रुपये दिए जा रहे हैं। उन्होंने झारखंड के भी हवाला दिया कि महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता बेहद जरूरी है।

महिलाओं पर दोहरी मार

सुप्रिया ने कहा महिलाएं जब आर्थिक रूप से मजबूत होती हैं तो परिवार अधिक शिक्षित, स्वस्थ और संस्कारित होता है। उन्होंने कहा कि बिहार में 2500 रुपए देना इसलिए भी जरूरी समझा गया, क्योंकि बिहार में 94.5 प्रतिशत ऐसे परिवार हैं जो महीने में छह हजार से भी कम कमाते हैं।

82 लाख परिवार 10 हजार से भी कम कमाते हैं। जिसमें महिलाओं पर दोहरी मार है। क्योंकि उनके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी होती है। इसलिए माई बहन मान योजना की घोषणा की गई।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि 20 साल से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है। 12 वर्ष से केंद्र में मोदी की सरकार है ये बताएं उन्होंने महिलाओं के लिए क्या किया।
जिन राज्यों में महिलाओं के लिए योजनाएं चल भी रही थी बंद कर दी गई। प्रेस कांफ्रेंस में पूनम पासवान, सरवत जहां फातिमा, मधुबाला, राजेश राठौड़ के साथ दूसरे अन्य नेता बहु उपस्थित रहे।