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मुजफ्फरपुर
सकरा प्रखंड की महमदपुर दामोदरपुर पंचायत के मुखिया गिरीश कुमार ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने जमीन खरीदने में करोड़ों रुपये का निवेश किया है। उनकी पत्नी और पिता के नाम पर भी करोड़ों रुपये की जमीन खरीदे जाने का पता लगा है। आयकर विभाग ने मुखिया के करतूतों की पूरी रिपोर्ट डीएम को भेज दी है।
साथ ही इसकी उच्चस्तरीय जांच कराने की बात कही है। इसके आलोक में उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। इसमें राष्ट्रीय स्व नियोजन कार्यक्रम के निदेशक, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला भविष्य निधि पदाधिकारी और राज्यकर अपर आयुक्त को शामिल किया गया है।
उन्होंने आयकर विभाग की ओर से भेजी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए बिंदुवार जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। आयकर विभाग के मुख्य आयुक्त ने डीएम को भेजी गई रिपोर्ट में बताया कि मुखिया के विरुद्ध कर चोरी की याचिका दायर हुई थी।
इसके आलोक में विभाग ने अपने स्तर से छानबीन की। इसमें पता लगा कि मुखिया ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर जमीन पर महत्वपूर्ण निवेश किया है, जो भ्रष्ट आचरण से आय सृजन को लेकर चिंता पैदा करती है। उन्होंने 2022 से लेकर 2025 तक करीब 45 लाख रुपये का तीन बार में निवेश किया है।
इसके अलावा वर्ष 2024-25 में कई संपत्ति खरीदी, जो एमवीआर द्वारा न्यूनतम सरकारी मूल्य से कम है। इसके अलावा उनके लेनदेन में नकद भुगतान शामिल है, जो आयकर अधिनियम का उल्लंघन करता है। स्पष्ट श्रोतों से नकदी की इतनी बड़ी मात्रा में प्राप्ति गंभीर चिंता का विषय है।
पिता और पत्नी ने भी किया निवेश:
मुखिया की पत्नी और पिता ने करीब 60 लाख रुपये से अधिक का अस्पष्ट निवेश किया। इसके आलोक में जुर्माना भी लगाया गया।
मुख्य आयुक्त ने कहा कि मुखिया और उनके परिवार के द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने से संबंधित अनियमितता उजागर हुई है। इसकी विस्तृत और उच्च स्तरीय जांच करने की आवश्यता जताई। नकद में सपंत्ति खरीदकर वह देय स्टांप शुल्क के भुगतान से भी बच रहे हैं। इससे राज्य सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है।