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वाराणसी
सारनाथ के कोटवा क्षेत्र के सराय मोहाना मुहल्ले में बिजली विभाग की लापरवाही या अवैध कनेक्शन के कारण रविवार देर रात करीब तीन बजे तीन फेज के तार में भीषण आग लग गई।
आग की लपटों और तेज आवाज से मुहल्ले में दहशत फैल गई। उस समय कई घरों में छोटे-छोटे बच्चे सो रहे थे। स्थानीय लोगों की त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन घटना ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह है पूरा मामला
घटना की जानकारी मिलते ही रोटेरियन राजेश कुमार गुप्ता (102 बार रक्तदानी) ने सबसे पहले 112 नंबर डायल कर बिजली आपूर्ति बंद करने की अपील की। इसके बाद उन्होंने और अन्य स्थानीय लोगों ने बालू की मदद से आग की लपटों को बुझाया।
आग बुझाने में सोनू सोनकर, मंगल सोनकर, मनोज सोनकर, गोलू सोनकर, प्रमोद मौर्य और रघुनंदन मौर्या ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। समय पर की गई कार्रवाई के कारण कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन मुहल्ले में बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जिससे निवासियों में आक्रोश है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की उदासीनता इस घटना का प्रमुख कारण हो सकती है। पिछले 2-3 महीनों से बिजली विभाग के कर्मचारी बिना मीटर रीडिंग के अनुमानित बिल भेज रहे हैं। किसी महीने 500 रुपये तो किसी महीने 2500 रुपये का बिल आ रहा है।
इसके अलावा, नए बिजली कनेक्शनों में भी गड़बड़ी सामने आई है। सराय मोहाना के निवासियों का पता गलत तरीके से लोहार पूर्वा दर्ज किया जा रहा है, जिससे आधार अपडेट और पते में बदलाव जैसी समस्याएं हो रही हैं।
राजेश गुप्ता ने स्वयं इस गड़बड़ी का शिकार होने की बात कही।मुहल्ले के लोगों ने बिजली विभाग से तत्काल बिजली आपूर्ति बहाल करने और तारों की जांच करने की मांग की है। साथ ही अवैध कनेक्शनों पर रोक लगाने और बिलिंग प्रक्रिया में सुधार की अपील की गई है।
इस घटना ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। बिजली विभाग को इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।