स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की उदासीनता इस घटना का प्रमुख कारण हो सकती है। पिछले 2-3 महीनों से बिजली विभाग के कर्मचारी बिना मीटर रीडिंग के अनुमानित बिल भेज रहे हैं। किसी महीने 500 रुपये तो किसी महीने 2500 रुपये का बिल आ रहा है।
इसके अलावा, नए बिजली कनेक्शनों में भी गड़बड़ी सामने आई है। सराय मोहाना के निवासियों का पता गलत तरीके से लोहार पूर्वा दर्ज किया जा रहा है, जिससे आधार अपडेट और पते में बदलाव जैसी समस्याएं हो रही हैं।
राजेश गुप्ता ने स्वयं इस गड़बड़ी का शिकार होने की बात कही।मुहल्ले के लोगों ने बिजली विभाग से तत्काल बिजली आपूर्ति बहाल करने और तारों की जांच करने की मांग की है। साथ ही अवैध कनेक्शनों पर रोक लगाने और बिलिंग प्रक्रिया में सुधार की अपील की गई है।
इस घटना ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। बिजली विभाग को इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।