वायुमंडलीय परिस्थितियां नौतपा के विपरीत हैं। जम्मू-कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, यह तिब्बत की ओर बढ़ रहा है। उधर झारखंड के ऊपर बना निम्न वायुदाब दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश तक पहुंच रहा है। इन दोनों परिस्थितियों के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादल जमे हुए हैं और वर्षा का माहौल बना हुआ है।
इस माहौल का प्रभाव दो जून तक जारी रहेगा। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी तो कुछ पर रुक-रुक का वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा। इसके चलते अधिकतम तापमान 35 से 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। आर्द्रता के चलते कई बार उमस भरी हल्की गर्मी पड़ेगी तो अक्सर रिकार्ड तापमान से कम की ठंड का अहसास होगा।
10 जून तक गोरखपुर पहुंचेगा मानसून

निर्धारित समय से आठ दिन पहले ही मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दे दी। ऐसे में गोरखपुर तक इसके पहुंचने की तिथि का पूर्वानुमान भी मौसम विज्ञानी जताने लगे हैं। मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार आमतौर पर गोरखपुर में मानसून की दस्तक 15 से 20 जून के बीच होती है लेकिन इस बार इसके केरल में पहले आने का प्रभाव गोरखपुर में मानसून के आने के समय पर भी पड़ेगा।
यह निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले यानी 10 जून तक ही आ जाएगा। हालांकि इसे लेेकर निश्चित पूर्वानुमान मानसून के अगले दो-तीन दिन के रुख को देखकर ही किया जा सकेगा। मौसम विज्ञानी के अनुसार जब लगातार तीन दिन तक 2.5 मिलीमीटर मंडलीय वर्षा होती है तो मौसम विभाग के मानक पर मानसून की शुरुआत मानी जाती है।