2.2kViews
1718
Shares
पटना
राजगीर में खेल परिसर सह खेल विश्वविद्यालय में इनडोर व आउटडोर खेलों की सुविधाएं भवन निर्माण विभाग ने चरणबद्ध तरीके से विकसित की है। यहां बिहार का पहला और देश का छठा खेल विश्वविद्यालय है।
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानको को ध्यान में रखते हुए मैदान का निर्माण
सचिव कुमार रवि ने बताया कि राजगीर खेल परिसर विभाग की महत्वकांक्षी परियोजना है। एक ही परिसर में खेलों के मैदान के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं अभ्यास की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए खेल मैदानों का निर्माण किया गया है।
कोविड-19 महामारी और अन्य चुनौतियों के बावजूद विभाग के अधिकारियों और अभियंताओं ने समयबद्ध तरीके से इस शानदार खेल परिसर को तैयार किया है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसमें मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। 40 हजार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम का निर्माण जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
33 तरह के इनडोर-आउटडोर खेल की सुविधा
सचिव ने कहा कि, खेल परिसर में कुश्ती, भारोत्तोलन, वालीबाल, बैडमिंटन, तीरंदाजी, शूटिंग, कबड्डी, जूडो, तायक्वांडो, बाक्सिंग, क्रिकेट, फुटबाल, हाकी, बास्केटबाल, हैंडबाल, वालीबाल, साइकिलिंग, एथलेटिक्स ट्रैक, शाटपुट, लंबी कूद, ट्रिपल जंप, पोल वाल्ट, सेपक टाकरा एवं तैराकी समेत 33 तरह के इनडोर और आउटडोर खेल शामिल हैं।
हॉकी प्रैक्टिस टर्फ का भी निर्माण किया गया है। परिसर में एक आधुनिक शैक्षणिक भवन बनाया गया है, जिसमें बिहार खेल विश्वविद्यालय का कार्यालय, पदाधिकारियों के लिए कार्यालय और 242 की क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम शामिल है।
खिलाड़ियों के लिए 149 कमरों वाला बालक छात्रावास, 78 कमरों वाला बालिका छात्रावास, 100 क्षमता वाला ट्रांजिट हास्टल, प्रशिक्षकों के लिए आवास और 324 क्षमता वाला मेस भी निर्मित किया गया है। निदेशक, उप निदेशक और स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं।
खिलाड़ियों के लिए खेल के दौरान लगी चोट के साथ साथ अन्य प्रकार के इलाज की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि अधिकतर खेल सुविधाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। कई तरह के मल्टीपर्पस इनडोर हाल का निर्माण किया गया है, जिसमें विभिन्न तरह के खेल आयोजित हो रहे हैं।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान राजगीर खेल परिसर में पांच खेल आयोजित किए गए थे। खेल परिसर में निर्मित विश्वस्तरीय हॉकी टर्फ, ऑस्ट्रेलिया से आयातित एस्ट्रो-टर्फ और जर्मनी के ऑटोमेटेड स्प्रिंकलर सिस्टम से सुसज्जित है। सचिव ने कहा कि यह परिसर किसी भी वैश्विक खेल आयोजन के लिए आदर्श स्थल है। हमारा लक्ष्य बिहार के युवाओं को विश्वस्तरीय मंच प्रदान करना है। इस साल हाकी टर्फ पर पुरुष एशिया कप 2025 खेला जाना है।