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गुवाहाटी। असम पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि उसने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पाकिस्तानियों समेत साइबर अपराधियों को मोबाइल फोन कनेक्शन मुहैया कराता था। इसकी मदद से लोगों को ठगने के लिए वे वाट्सएप अकाउंट खोलते थे। इस गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ऑपरेशन घोस्ट सिम के जरिए हुआ पर्दाफाश
डीजीपी हरमीत सिंह ने कहा कि असम, राजस्थान और तेलंगाना से संचालित होने वाले रैकेट के बारे में सैन्य खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन घोस्ट सिम शुरू किया गया।
शुक्रवार को असम के दो जिलों, तेलंगाना के एक जिले और राजस्थान के दो जिलों में एक साथ छापेमारी कर गिरफ्तारियां की गईं।
देश में साइबर अपराधियों को नए मोबाइल कनेक्शन दिलाने में मदद करने के अलावा, रैकेट ने पाकिस्तान में अपराधियों को भारतीय मोबाइल नंबर वाले वाट्सएप अकाउंट भी मुहैया कराए थे।
15 लोगों से पूछताछ की जा रही है
उन्होंने कहा कि पीड़ितों को लगता था कि भारतीय नंबरों से कॉल आ रहे हैं, लेकिन वास्तव में वे पाकिस्तान से किए गए थे।
डीजीपी ने कहा कि 15 लोगों से पूछताछ की जा रही है और उनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके नाम पर सिम कार्ड जारी किए गए थे। उन्होंने बताया कि कुल 948 सिम कार्ड और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण जब्त किए गए।