पुजारी के गुरु राधारमण दास भी मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि उनका पांच वर्ष पूर्व दिल्ली में फौजी प्रताप सिंह से परिचय हुआ था। अलीगढ़ के जट्टारी निवासी फौजी अक्सर पर्वों पर राधारमण के घर आता था। पिछले वर्ष वह 15 दिन आश्रम में रुका। राधारमण का कहना है कि फौजी आश्रम पर कब्जा करना चाहता था।