‘पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर होगी’
जबकि 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के धवस्त आतंकी ठिकानों का श्रेय भारत की सेनाओं को दिया और यह भी ऐलान किया कि, “विश्व समुदाय को मैं यह कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी।”
भारत लगातार पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जूझ रहा
जानकार मानते हैं कि अभी वैश्विक आतंकवाद सिर्फ भारत के लिए प्राथमिकता है। अमेरिका वैश्विक कारोबार में अपना दबदबा बनाने की कोशिश में है। पश्चिमी देश रूस से निबटने का रास्ता खोजने में व्यस्त हैं। चीन अपनी विकास की गति को बना कर रखते हुए वैश्विक दबदबा बढ़ाने में जुटा है। ऐसे में अन्य प्रमुख शक्तियों के लिए वैश्विक आतंकवाद कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। जबकि भारत लगातार पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जूझ रहा है। भारत सरकार में यह सोच है कि विकसित भारत की उसकी राह में पाक समर्थित आतंकवाद एक बड़ी अड़चन बनने की क्षमता रखता है। यह सोच और इसको लेकर भारत की स्पष्ट नीति भी पीएम मोदी के राष्ट्रीय संबोधन में दिखता है।