टैरिफ के बढ़ते खतरे के बीच टेक दिग्गज Apple Inc. ने अमेरिका में $100 बिलियन (लगभग ₹8.4 लाख करोड़) के निवेश की घोषणा की है। यह निवेश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाले एक कार्यक्रम से ठीक पहले सामने आया है। कंपनी ने यह कदम आईफोन पर संभावित भारी टैरिफ से बचने के प्रयास के तौर पर उठाया है।
‘अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम’ का हिस्सा होगा निवेश
Apple का यह निवेश उसके अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम (AMP) के तहत किया जाएगा, जिसमें कंपनी सप्लाई चेन को स्थानीय बनाने और एडवांस प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने पर फोकस करेगी।
Apple ने इस पहल के तहत Corning, Applied Materials और Texas Instruments जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों से साझेदारी की है। Corning अब केंटकी में अपनी एक पूरी फैक्ट्री को Apple के लिए विशेष रूप से ग्लास प्रोडक्शन के लिए समर्पित करेगी, जिससे 50% नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है।
पहले भी कर चुकी है निवेश का वादा
White House की प्रवक्ता टेलर रॉजर्स ने इसे अमेरिका की आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा कि यह निवेश स्थानीय रोजगार और मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती देगा।
Apple पहले ही अमेरिका में अगले 4 वर्षों में $500 बिलियन के निवेश का वादा कर चुकी थी। अब इस ताजा घोषणा के बाद कंपनी का कुल निवेश $600 बिलियन तक पहुंच गया है, जिसमें टेक्सास में डेटा सेंटर और मिशिगन में सप्लायर अकादमी जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।
शेयरों में उछाल और टैरिफ की चिंता
इस खबर के बाद Apple के शेयरों में 5.1% की बढ़त दर्ज की गई — यह बीते तीन महीनों में सबसे तेज उछाल है। विश्लेषकों के अनुसार, यह निवेश ट्रंप प्रशासन को टैरिफ लगाने से रोकने की रणनीति का हिस्सा है। ट्रंप पहले ही Apple को चेतावनी दे चुके हैं कि अगर वह iPhone का प्रोडक्शन अमेरिका में नहीं लाती, तो उसे 25% टैरिफ का सामना करना होगा।
भारत बना iPhone का नया विनिर्माण केंद्र
एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब अमेरिका को सबसे ज़्यादा स्मार्टफोन भेजने वाला देश बन गया है, और इस मामले में उसने चीन को पीछे छोड़ दिया है। अप्रैल-जून 2025 तिमाही के दौरान अमेरिका को भेजे गए स्मार्टफोनों में से 44% भारत से निर्यात हुए, जबकि चीन का हिस्सा सिर्फ 25% रहा।
Apple के CEO टिम कुक ने कहा कि टैरिफ के कारण कंपनी को जून तिमाही में $800 मिलियन का नुकसान हुआ और यह सितंबर तिमाही में $1.1 बिलियन तक पहुंच सकता है। कुक ने यह भी बताया कि अधिकांश iPhones भारत में बनते हैं, जबकि MacBooks, iPads और Apple Watch का निर्माण वियतनाम में होता है।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि iPhone का पूरा प्रोडक्शन अमेरिका में लाना तकनीकी रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन कंपनी सप्लाई चेन को मजबूत बनाकर टैरिफ से बचने की कोशिश कर रही है।