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नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिसरी अगले सप्ताह एक संसदीय समिति को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष पर जानकारी देंगे। विदेश मामलों की स्थायी समिति के सदस्यों को सूचित किया गया है कि मिसरी 19 मई को इस समिति को जानकारी देंगे।
दरअसल, यह बैठक भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने और उसके बाद दोनों देशों के बीच हुई सैन्य कार्रवाइयों की पृष्ठभूमि में हो रही है।
भारत और पाकिस्तान में सीजफायर
मिसरी समिति को भारत और पाकिस्तान के संबंध में वर्तमान विदेश नीति में बदलाव पर भी जानकारी देंगे। दोनों पक्षों ने 10 मई को सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए समझौता किया है।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश
12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के धवस्त आतंकी ठिकानों का श्रेय भारत की सेनाओं को दिया और यह भी ऐलान किया कि, “विश्व समुदाय को मैं यह कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पाकिस्तान के लिए भविष्य में भारत के साथ किसी भी तरह के संपर्क-संबंध के लिए पहली बार इतने साफ तौर पर तीन शर्तें निर्धारित कर दीं।
भारत का मत एकदम स्पष्टभारत के साथ कश्मीर समेत तमाम मुद्दों पर किसी तीसरे देश में अथवा किसी देश की मध्यस्थता में बातचीत का सपना देख रहे पाकिस्तान को पीएम मोदी ने दो-टूक अंदाज में यह बता दिया कि भारत का मत एकदम स्पष्ट है। टेरर और टाक एक साथ नहीं हो सकते, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते और पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता। स्पष्ट है कि वार्ता तो दूर जो व्यापार रुका है फिलहाल वह भी शुरू नही होने वाला है।
जानिए कब क्या हुआ?
- 22 अप्रैल: पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें 26 नागरिक मारे गए।
- 23 अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली पहुंचे। पीएम की अगुआई वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई का फैसला किया।
- 24 अप्रैल: बिहार के मधुबनी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार लोगों और उनके साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी।
- 7 मई: भारतीय सशस्त्र बलों ने 01:05 बजे से 01:30 बजे तक ऑपरेशन सिंदूर चलाया। पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया।
- 7 मई की रात: पाकिस्तान ने भारतीय ठिकानों पर ड्रोन हमले का प्रयास किया। सभी प्रयास विफल। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की।
- 8 मई की रात: पाकिस्तान ने लेह से सरक्रीक तक 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोन छोड़े, जिनका उद्देश्य सैन्य ढांचे और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना था। प्रयास विफल। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई शुरू की।
- 9 मई की रात: पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों को निशाना बनाकर ड्रोन हमलों का प्रयास किया। हवाई अड्डों और वायु सेना के ठिकानों सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। सभी प्रयास विफल।
- 10 मई: भारत ने पाकिस्तानी सेना के वायु रक्षा प्रणालियों से लेकर रडार साइटों और कमांड सेंटरों तक आठ प्रमुख प्रतिष्ठानों पर हथियारों और मिसाइलों से सटीक हमले किए। पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने भारतीय समकक्ष को हॉटलाइन पर काल किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका द्वारा मध्यस्थता किए गए पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम पर भारत-पाक समझौते की घोषणा की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शाम छह बजे संघर्ष समाप्त करने पर सहमति की घोषणा की।
- 11 मई: भारतीय सेना ने कहा कि सैन्य हमलों के दौरान 35-40 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए। भारत ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया, लेकिन संख्या बताने से परहेज किया।
- 12 मई: भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ ने बातचीत की। इस बात पर सहमति हुई कि दोनों पक्ष सीमाओं और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपायों पर विचार करेंगे। राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ नई नीति है। भारत परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा।