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भोपाल। भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक बेकाबू स्कूल बस ने रेड सिग्नल पर खड़े आठ वाहनों को टक्कर मार दी। हादसे में स्कूटर सवार 30 वर्षीय महिला डाक्टर आयशा खान की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। इनमें से दो की हालत गंभीर है।
पुलिस का मानना है कि बस के ब्रेक फेल हो जाने से यह दुर्घटना हुई। हादसे के बाद बस चालक फरार हो गया।उधर, जांच में पाया गया कि बीमा और फिटनेस की वैधता समाप्त होने के बाद भी बस चल रही थी। इस लापरवाही के चलते भोपाल के आरटीओ जितेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
बस नंदा एजुकेशन सोसाइटी के नाम से पंजीकृत थी, जिसे प्रदीप पांडे ने अप्रैल में प्रवेश नागर को बेचा था। पुलिस नागर से संपर्क करने का प्रयास कर रही है।
महिला डाक्टर की अगले महीने ही होनी थी शादी
डॉ. आयशा खान, जो जेपी अस्पताल में इंटर्नशिप कर रही थीं, अपनी शादी की तैयारियों के लिए बाजार गई थीं। उनकी शादी अगले महीने होनी थी। हादसे के समय वह सिग्नल पर स्कूटर रोककर हरी बत्ती का इंतजार कर रही थीं। बस ने उनके स्कूटर को टक्कर मार दी, जिससे वह बस के अगले हिस्से में फंस गईं और 50 मीटर तक घिसटती चली गईं। उनके पिता जबलपुर में बैंक मैनेजर हैं। मां शादी का कार्ड देने गई थीं, जब उन्हें बेटी की मौत की सूचना मिली।
बस हादसे में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई
भोपाल बस हादसे में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है। बताया जा रहा है कि बिना फिटनेस दौड़ रही बस, भोपाल RTO जितेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि सीएम द्वारा निर्देशित साथ ही प्रदेश स्तर पर ऐसी बसे ना चले इसके लिए अभियान चलाया जाएगा।