महाबली एस-400
एस-400 की खासियत
कितना ताकतवर है एस 400
4800 मीटर प्रति सेकेंड गति, 100 किलोमीटर की रेंज से लेकर 40,000 फीट तक की ऊंचाई पर उड़ रहे टारगेट को कर सकता तबाह कर सकता है। 1967 में एस 200 का निर्माण हुआ था और 1978 में एस-300 था। एस-400 का निर्माण इसलिए हुआ था कि शीत युद्ध के दौरान अमेरिका और 1999 में शुरू रूस के बीच घातक हथियार और मिसाइल बनाने की होड़ थी । इसी हुआ एस 400 का परीक्षण समय रूस ने ऐसा एयर डिफेंस 2007 में रूस सिस्टम बनाया जो अमेरिका की मिसाइलों को रूस तक पहुंचने से पहले ही की एस 400 पहले ही खत्म कर दे।
चार तरह की मिसाइलों से लैस
5 मिनट में की जा सकती है तैनात
120
किलोमीटर
200
किलोमीटर
250
किलोमीटर
400
किलोमीटर
आकाश
* सतह से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है
* डीआरडीओ ने विकसित किया है आकाश एयर डिफेंस सिस्टम
* लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल, बैलेस्टिक मिसाइल और ड्रोन कर सकता है तबाह
स्पाइडर
सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल डिफेंस
15-35
किलोमीटर है स्पाइडर की ‘आपरेशनल रेंज
एमआर-एसएएम
* सतह से हवा में मार करने वाला मीडियम रेंज मिसाइल डिफेंस सिस्टम
* भारत ने इजरायल के साथ मिल कर बनाया है
70 किलोमीटर है मिसाइल सिस्टम की रेंज
30 से 70 किलोमीटर तक है आकाश की रेंज
एक सिस्टम एक बार में 12 टारगेट पर कर सकता है।
हमला
वैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस शील्ड 15,000
भारत के पास बैलेस्टिक मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता है
एंटी बैलेस्टिक मिसाइल सिस्टम में हैं दो तरह की मिसाइलें
किलोमीटर दूर से आने वाली बैलेस्टिक
मिसाइलों को तबाह कर सकती है
बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस शील्ड
पहली पृथ्वी एयर डिफेंस (पीडीए)। यह ज्यादा ऊंचाई वाली मिसाइलों को रोकती है। दूसरी एडवांस एयर डिफेंस (एएडी) है, जो कम ऊंचाई वाले मिसाइल हमलों को रोकती है। भारत यह क्षमता रखने वाले चंद देशों में शामिल है।