इन ट्रेनों से होगा लीची का परिवहन
पहले केवल पवन एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 11062) से लीची भेजी जाती थी, अब छह अन्य ट्रेनों में भी पार्सल वैन जोड़ दिया गया है। इनमें से प्रत्येक ट्रेन से प्रति सप्ताह 24 टन लीची भेजी जाएगी।
इन ट्रेनों से भेजी जाएगी लीची
- 15267 (रक्सौल–एलटीटी) : प्रत्येक शनिवार
- 22553 (रक्सौल–एलटीटी अंत्योदय): प्रत्येक सोमवार
- 05557 (रक्सौल–एलटीटी): प्रत्येक मंगलवार
- 05585 (रक्सौल–एलटीटी): प्रत्येक शुक्रवार
- 01044 (समस्तीपुर–एलटीटी): प्रत्येक बुधवार
- 05289 (मुजफ्फरपुर–पुणे): प्रत्येक सोमवार
पवन एक्सप्रेस से 744 टन लीची मुंबई भेजी जाएगी
इन छह ट्रेनों से कुल 576 टन लीची भेजने की व्यवस्था की गई है। वहीं, पवन एक्सप्रेस से 31 दिनों तक प्रतिदिन 24 टन लीची लदान कर कुल 744 टन लीची मुंबई भेजी जाएगी।
इसके अलावा, बाकी ट्रेनों से दिल्ली और अहमदाबाद जैसे अन्य शहरों के लिए भी लीची भेजी जाएगी, जिससे कुल मिलाकर 2100 टन लीची देशभर में पहुंचाई जाएगी।
किसानों और उपभोक्ताओं को होगा सीधा लाभ
इस योजना से एक ओर जहां लीची उत्पादक किसानों को देश के बड़े बाजारों तक सीधी पहुंच मिलेगी और उनकी आमदनी में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं को भी बिहार की प्रसिद्ध लीची ताजा और उचित मूल्य पर उपलब्ध हो सकेगी।
यह पहल न केवल बिहार की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी, बल्कि कृषि परिवहन के क्षेत्र में भी एक नई दिशा प्रदान करेगी।