नई कार्यकारिणी के गठन के बाद बढ़ी नाराजगी
एक महीने पहले जनपद में पार्टी की नई कार्यकारिणी का गठन होने के बाद संगठन के पदाधिकारी लगातार नाराज चल रहे थे। 10 अप्रैल को व्यापार मंच के प्रदेश सचिव प्रज्ञा कुमार सिंह के पद से इस्तीफा देने के बाद युवा मंच के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राजेश पटेल, व्यापार मंच के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष जय कौशल और महिला मंच की कार्यवाहक जिलाध्यक्ष संगीता पटेल ने भी अपने-अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतापगढ़ आकर सभी नाराज पदाधिकारियों को मनाने की कोशिश भी की। लखनऊ जाकर उन्होंने इसकी पूरी जानकारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल को भी दी थी।
राज कुमार ने अनुप्रिया पर भी कसा तंज
प्रेस वार्ता में पूर्व विधायक राज कुमार पाल ने जहां आशीष पटेल के खराब रवैये को लेकर गहरी नाराजगी जताई, वहीं अनुप्रिया पटेल को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साल से भंग कार्यकारिणी का गठन नहीं कर रही हैं, उसके बावजूद प्रदेश का मुख्यमंत्री देखने का सपना देख रही हैं तो यह बड़ा दुर्भाग्य का विषय है।
पद के दुरुपयोग करने का भी आरोप
राज कुमार पाल ने यह भी आरोप लगाया कि जब से वह प्रदेश अध्यक्ष बने थे, तब से आशीष पटेल उनके पद का दुरुपयोग करते थे। उन्होंने कहा कि उम्मीद और क्षमता से अधिक मेहनत करके पार्टी को मजबूत किया। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि आज उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है। अब पूरे प्रदेश में इस्तीफा देने का सिलसिला तेजी से चलेगा। यह रुकने वाला नहीं है।
पार्टी में दूसरी बार फाड़
राज कुमार पाल ने पद से इस्तीफा देकर अपना दल (एस) को बड़ा झटका दिया है। एक बार पार्टी में दो फाड़ तब हुए थे, जब अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल व बहन पल्लवी पटेल से वैचारिक मतभेदों के चलते उन्होंने अपना दल बना लिया था। अब प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफा देने पर दूसरी बार पार्टी में दो फाड़ हो गया है।
राज कुमार पाल फिलहाल अभी किसी पार्टी में नहीं जा रहे हैं। मगर कयास लगाए जा रहे हैं कि वह सपा के साथ खड़े हो सकते हैं। अपना दल का राजनीतिक सफर प्रतापगढ़ से शुरू हुआ था। इसलिए बेल्हा का हमेशा ही अपना अलग महत्व रहा है।