डीजी नागरिक सुरक्षा, अभय प्रसाद ने बताया कि बागपत व मुजफ्फरनगर को छोड़कर शेष जिलों में वर्ष 1962 में नागरिक सुरक्षा विभाग के कार्यालय खोले गए थे।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल को लेकर शाम चार बजे से गृह मंत्रालय को हर एक-एक घंटे पर रिपोर्ट भेजनी है। इस बारे में संबंधित जिलों के जिला प्रशासन को निर्देश भेजे जा चुके हैं।
वहीं, डीजीपी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में जिला व पुलिस प्रशासन तथा डिजास्टर रिस्पांस फोर्स संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल के जरिए नागरिकों को युद्ध के मद्देनजर बचाव का प्रशिक्षण देंगे।
ब्लैक आउट का समय भी जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किया जाएगा। ब्लैक आउट से कुछ मिनट पहले सायरन बजाया जाएगा। इसे लेकर सभी बड़े प्रतिष्ठानों व शैक्षणिक संस्थानों को भी निर्देश भेजे जा चुके हैं।