भीषण अग्निकांड के चलते पूरे इलाके की बिजली काट दी गई थी, जिसे अब केस्को की टीम द्वारा दुरुस्त कराया जा रहा है।
जूता-चप्पल बनाने का कारखाना
प्रेमनगर की पांच मंजिला बिल्डिंग मो. कासिफ की है, वह परिवार के साथ यहां रहते हैं। इसी में जूता-चप्पल बनाने का कारखाना है, जो कासिफ का है। इसी बिल्डिंग में कासिफ के भाई दानिश भी पत्नी नाजली सबा और तीन बेटियों सारा, सिमरा और नायरा के साथ रहते थे।
रविवार देर रात आग सबसे पहले भूतल में लगी और एक बाद एक तीन धमाके हुए। इसके बाद आग तीसरी मंजिल तक पहुंची तो दो तेज धमाके और हुए। पांच मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। इसके बाद कारखाने में रखे केमिकल और सिलिंडरों में ब्लास्ट के चलते आग से पूरी बिल्डिंग घिर गई।
मोहल्ले के आरिफ ने बताया कि आग से बचने के लिए पहले परिवार नीचे भागा, लेकिन आज की लपटें देखकर बचने के लिए ऊपर भाग तो जीने में ताला बंद था, जिसमें धुएं में फंसकर सभी बेसुध हो गए।
आग में फंसे दानिश के बुजुर्ग पिता अकील को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। हादसे के समय कासिफ और उसका परिवार जाजमऊ में था। चारों तरफ से घिरे दानिश और उनके परिवार की आग में जिंदा जलकर तड़प-तड़प कर मौत हो गई। सुबह सभी के शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।
सुबह 10 बजे तक भी बिल्डिंग से धुआं उठता रहा, जिसके चलते फायर ब्रिगेड के जवान उसे पूरी तरह बुझाने में जुट रहे। सुबह केस्को की टीम मौके पर पहुंची और इलाके में बिजली की आपूर्ति बहाल करने में जुट गई।