यह मजदूर देश के किसी भी शहर के जन सेवा केंद्र में जाकर राशन कार्ड की ई-केवाईसी (Ration Card E-KYC) आसानी से करवा सकेगा। फिलहाल ई-केवाईसी की अंतिम तिथि जून तक कर दी गई है। बीते वर्ष जून माह से हो रही ई-केवाइसी हो रही है।
करीब 70 प्रतिशत तक ई-केवाईसी हुई। इसके बाद इसकी गति इतनी धीमी हो गयी कि हर माह महज एक से दो प्रतिशत ही ई-केवाईसी हो पा रही थी। ई-केवाईसी न हो पाने की मुख्य वजह यह थी कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले मजदूर ज्यादातर दिल्ली, हरियाणा, सूरत आदि महानगरों में रह कर काम कर रहे हैं।
नियम के मुताबिक जिले के राशन कार्ड धारक यूपी के ही किसी जिले से ही ई-केवाईसी करवा सकते थे। लिहाजा इनकी ई-केवाईसी नहीं हो पा रही थी। समस्या को देखते हुए शासन ने नियमों में ढील दी है। अब यह देश के किसी भी जिले के जन सेवा केंद्र से आसानी से ई-केवाईसी करवाई जा सकती है।
फर्जीवाडा रोकने के लिए करवाई जा रही E-KYC
शासन ने राशन कार्ड के जरिए गलत तरीके से सदस्यों की संख्या बढ़ा कर व सदस्य के मृत होने के बाद भी राशन लेने आदि के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए राशन कार्ड धारकों को ई-केवाइसी करने के निर्देश दिये गये थे।
जिसके बाद जून माह में कोटेदारों के यहां लगी ई-पाश मशीन के जरिए ई-केवाइसी शुरू हुई। कोटेदारों ने घर-घर जाकर भी सदस्यों की ई-केवाइसी की। राशन कार्ड धारकों की ई-केवाइसी न होने पर राशन न मिलने व राशन कार्ड से सदस्य यानी यूनिट को डिलीट कर दिया जाएगा।
राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी में सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों की हो रही है जो बाहर रह है। हालांकि उनके परिवार वालों से कहा गया है। जून तक ई-केवाईसी होती रहेगी।
उबैर्दुरहमान, जिला पूर्ति अधिकारी