मुलताई |
बैतूल जिले के मुलताई में शनिवार रात 9.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी 2.8 तीव्रता थी। 5 किमी गहराई तक इसका प्रभाव देखा गया। लोगों ने पंखे और फर्नीचर को हिलते देखा। इसके बाद वे घबराकर घरों से बाहर निकलकर आ गए। अब तक किसी जनहानि या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है।
लोग बोले- पूरा कमरा हिलता महसूस हुआ इंदिरा गांधी वार्ड के निवासी गोपाल अग्रवाल ने बताया कि झटके इतने तेज थे कि पूरा कमरा हिलता महसूस हुआ। पटेल वार्ड में कुलदीप पहाड ने कहा कि पंखा अपने आप हिलने लगा। उन्होंने जमीन में भी कंपन महसूस किया। सुभाष वार्ड, राजीव गांधी वार्ड और विवेकानंद वार्ड से भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने अपने अनुभव साझा किए हैं।
भूकंप क्यों आता है? हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।