इंदौर |
साइबर ठगी के मामलों में इंदौर क्राइम ब्रांच ने पिछले चार महीने में 2 करोड़ 73 लाख रुपए आवेदकों को वापस कराए। ठगी के शिकार हुए लोगों ने इसकी शिकायत की थी। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। जिससे लोगों को उनका पैसा वापस मिल सका। इसके पहले भी क्राइम ब्रांच लोगों के करोड़ों रुपए वापस करा चुकी है।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि जनवरी से अप्रैल तक मिली ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में 2 करोड़ 73 लाख से ज्यादा की राशि आवेदकों को रिफंड कराई गई है। ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को लगाया गया है। क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित साइबर हेल्पलाइन, एनसीआरपी पोर्टल आदि के माध्यम से मिली ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर क्राइम ब्रांच की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल ने आवेदकों से फ्रॉड की पूरी जानकारी लेकर उस पर एक्शन लिया और आवेदकों से ठगे पैसे उन्हें वापस कराए।
4 महीने में ही 2 करोड़ 73 लाख पहुंची राशि
जनवरी से अप्रैल की बात करें तो ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में 2 करोड़ 73 लाख से ज्यादा की राशि पीड़ितों को रिफंड कराई गई है। देखा जाए तो शहर में लगातार साइबर फ्रॉड के मामलों में भी बढ़ोतरी आ रही है, जिसकी शिकायतें पीड़ित कर रहे हैं।
हालांकि क्राइम ब्रांच लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए साइबर पाठशाला जैसे अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है। इधर, एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि अगर कोई भी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होता है तो वे तुरंत क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा संचालित साइबर हेल्पलाइन नंबर 7049124445 या 1930/NCRP पोर्टल पर शिकायत करें।
ये है पिछले सालों का आकड़ा
बीते सालों की बात करें तो क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में साल 2021 में 1 करोड़ 37 लाख रुपए आवेदकों को वापस कराए। पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद साल 2022 में 3 करोड़ 92 लाख रुपए रिफंड कराए। 2023 में 5 करोड़ रिफंड कराए गए, जबकि 2024 में ये आंकड़ा 14 करोड़ 17 लाख रुपए तक पहुंच गया। ये सभी राशि पीड़ित आवेदकों के खातों में वापस कराई गई हैं।