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गोरखपुर
एयरपोर्ट पर बीते एक सप्ताह से विमान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं।रनवे से लेकर एप्रन और तकनीकी दिक्कतों ने यात्रियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं। पिछले सात दिनों में करीब 52 उड़ानें प्रभावित हुईं, जिनमें से तीन उड़ानें रद्द कर दी गईं। बाकी उड़ानों में 40 मिनट से लेकर 1 घंटे 45 मिनट तक की देरी देखी गई। औसतन हर दिन 6 से 8 उड़ानों में विलंब हुआ, जिससे करीब 5200 से ज्यादा यात्री परेशान हुए।
प्रभावित 52 उड़ानों में औसतन एक घंटे की देरी मानें तो गोरखपुर एयरपोर्ट पर कुल 52 घंटे की उड़ान देरी दर्ज की गई। इसके चलते यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा। कई बार तो विमान लैंडिंग के बाद भी यात्रियों को टैक्सी वे पर 10 से 90 मिनट तक कैद रहना पड़ा क्योंकि एप्रन पर पहले से विमान खड़े थे।
गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद,बेंगलुरु और कोलकाता के लिए रोजाना 12 सीधी उड़ानों का संचालन होता है, लेकिन इन दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर रनवे की मरम्मत के चलते वहां की उड़ानों के टाइम स्लाट बदल दिए गए हैं। इसका असर गोरखपुर की उड़ानों पर भी पड़ा है।
स्पाइस जेट की दिल्ली और मुंबई रूट की तीन उड़ानें तकनीकी कारणों से रद कर दी गईं। इससे यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों की कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई तो कई को जरूरी मीटिंग्स या आयोजनों में शामिल होने का मौका नहीं मिला।
एप्रन की कमी बनी सबसे बड़ी बाधा
एयरपोर्ट पर सिर्फ दो एप्रन हैं जिसमें एक बड़ा और दूसरा छोटा। ऐसे में यदि एक साथ दो विमान लैंड करते हैं, तो दूसरे विमान को टैक्सी वे पर खड़ा कर दिया जाता है। इससे विमान में सवार यात्रियों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है, और एयरपोर्ट पर भी भीड़ व अव्यवस्था बढ़ जाती है।
एप्रेन खाली न होने विमान में ही बैठे रहे 400 यात्री
एयरपोर्ट पर उड़ानों की लेटलतीफी का झंझट गुरुवार को भी बना रहा। दिल्ली और बेंगलुरु से आई दो फ्लाइटों को एप्रन खाली न होने के कारण टैक्सी वे पर रोकना पड़ा। इस कारण दोनों विमानों में सवार लगभग 400 यात्रियों को आधे घंटे तक भीतर ही बैठे रहना पड़ा। इस दौरान बाहर खड़े परिजन बार-बार मोबाइल पर फ्लाइट की जानकारी लेने को फोन करते रहे।
खोराबार निवासी जोखू यादव ने बताया कि वे गोवा से बेंगलुरु होते हुए गोरखपुर पहुंचे। बेंगलुरु से शाम 4:20 बजे इंडिगो की उड़ान ने गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंच तो गई, लेकिन विमान करीब आधे घंटे तक टैक्सी वे में खड़ा रहा।रामजानकी नगर के बृजराज भी उसी उड़ान से आए।
उन्होंने कहा कि सफर तो आरामदायक था, लेकिन अंत में यहां आकर 30 मिनट विमान में बैठे रहना पड़ा, जिससे परेशानी हुई। वहीं, स्पाइस जेट की उड़ान से दिल्ली से आए एक अन्य यात्री ने भी यही अनुभव साझा किया कि विमान समय से आ गया था, लेकिन आधे घंटे तक उतरने नहीं दिया गया।
इन उड़ानों की भी हुई देरी :
- इंडिगो की दिल्ली जाने वाली उड़ान सुबह 40 मिनट देरी से 10:50 बजे रवाना हुई।
- अकासा एयर की दिल्ली वाली फ्लाइट 37 मिनट देर से दोपहर 3:37 बजे उड़ान भर सकी।
- शाम की इंडिगो उड़ान 30 मिनट देर से 4:36 बजे रवाना हुई।
- स्पाइस जेट की दिल्ली वाली उड़ान करीब एक घंटे की देरी से शाम 5:08 बजे उड़ी