2.3kViews
1890
Shares
उन्नाव
पुलिस विभाग में निरीक्षक अनुराग सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 12 अप्रैल को लाइन हाजिर किए जाने के बाद चौथे दिन मंगलवार को एसपी ने निरीक्षक अनुराग सिंह को निलंबित कर दिया। अपने कार्यकाल में निरीक्षक पर यह पहली कार्रवाई है।
अनुराग सिंह की वर्ष 2023 में उन्नाव में तैनाती हुई थी। यहां आते ही उनकी सर्विस बुक को देखते हुए एसओ आसीवन बना दिया गया था। 18 माह आसीवन थाना का कार्यभार संभालने के बाद उन्हें फतेहपुर चौरासी का चार्ज दिया गया। यहां भी वह नौ माह रहे। इसके बाद उन्हें दही थाना का चार्ज दिया गया। यही वह पदोन्नति पर दारोगा से निरीक्षक बने थे। 17 माह 15 दिन का लंबा कार्यकाल बिताने के बाद गंगाघाट कोतवाल बना दिया गया।
अनुशासनहीनता के कारण एसपी ने किया निलंबित
आठ माह से अधिक समय यहां बिताने के बाद एसपी दीपक भूकर ने 11 अप्रैल की रात यहां से हटाकर सफीपुर कोतवाल बना दिया। निरीक्षक अनुराग सिंह ने सफीपुर कोतवाली का कार्यभार ग्रहण भी न किया था कि 12 घंटे बाद 12 अप्रैल की सुबह उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया। ठीक तीन दिन बाद मंगलवार को एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया। एसपी दीपक भूकर ने कार्रवाई की वजह अनुशासनहीनता बताई है।
चर्चा है कि गंगाघाट से हटाए जाने पर निरीक्षक अनुराग सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट में पीड़ा व्यक्त की थी। उन पर लगातार हो रही कार्रवाई चर्चा का विषय बनी है।
फोन पर थे एसपी, युवक से गाली-गलौज पर अपराध निरीक्षक लाइन हाजिर
गंगाघाट में अपराध निरीक्षक के पद पर तैनात निरीक्षक राजेश कुमार मिश्र को एसपी ने बुधवार को निलंबित कर दिया। चर्चा है कि एक युवक को पीटे जाने के दौरान दूसरे युवक ने वीडियो बना लिया। इस पर निरीक्षक बिफर गए और गाली-गलौज करने लगे। वीडियो बना रहे युवक ने एसपी को फोन मिला दिया।
एसपी से आपबीती बताने के दौरान भी निरीक्षक की भाषा शैली में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। पीड़ित युवक द्वारा एसपी से मिलकर शिकायत की गई तो एसपी ने निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया।