एलिवेटेड को छिजारसी गांव के ऊपर से निकाला जाएगा जिससे नीचे की आबादी को दिक्कत नहीं होगी। इसके आगे 14.610 के किमी पर एक एलिवेटेड रोड प्रस्तावित है। यह रोड 5.65 किमी की होगी।

एक्सप्रेसवे के 17 किमी हिस्से का 70 प्रतिशत काम पूरा

यह रोड हरनंदी के पुश्ता से होकर दादरी सूरजपुर छलेरा (डीएससी) रोड के ऊपर से जाएगी। इसके बाद नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर एक अंडरपास बनेगा। एक्सप्रेसवे का करीब 17 किमी हिस्से का 70 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है।

कहां से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे?

यह एक्सप्रेसवे छिजारसी से नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को पार करता हुआ यमुना तक करीब 23 किमी का है। एक्सप्रेसवे गाजियाबाद के एनएच-24 को नोएडा के छिजारसी, बहलोलपुर, सोहरखा, सेक्टर 112, 140, नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, सेक्टर-168 होकर फरीदाबाद के गांव लालपुर में आकर निकलेगा। यह पहला एक्सप्रेसवे होगा जो तीन एनसीआर के तीन बड़े शहरों को सीधे जोड़ेगा।

प्रोजेक्ट की क्या है विशेषता?

एक्सप्रेसवे पूरा बनने के बाद गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा।

गाजियाबाद और नोएडा से न केवल फरीदाबाद जाना आसान होगा, बल्कि गुरुग्राम जाने का नया विकल्प मिलेगा।
एफएनजी एक्सप्रेस-वे नोएडा, ग्रेनो वेस्ट, ग्रेटर फरीदाबाद के लिहाज से लाइफलाइन से कम नहीं होगा।
इससे कालिंदी कुंज, नोएडा के मास्टर प्लान सड़क पर ट्रैफिक भार होगा कम।

फरीदाबाद सरकारी निकाय परियोजना लागत साझा करने को तैयार

एफएनजी एक्सप्रेसवे को मूर्ति रूप देने के लिए वर्ष 1989 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को प्रस्ताव दिया था, ताकि तीन शहरों के बीच यात्रा करने वालों को दिल्ली में प्रवेश से रोका जा सके और जाम से बचाया जा सके, लेकिन 27 वर्ष से परियोजना कछुए की गति से चल रही थी।

उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच समन्वय की कमी, अनसुलझे फंडिंग मुद्दों, विशेष रूप से यमुना पुल को देरी का कारण मनाया गया, लेकिन 29 जनवरी 2023 को नोएडा अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की ओर से जारी निर्देशों के बाद सड़कों पर दबाव कम करने के लिए परियोजना को पुनर्जीवित करने और इसमें तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया था।