नोएडा से फरीदाबाद को जोड़ने के लिए कहां तक बनेगा पुल?
पुल बनाने में कितना होगा खर्च?
पुल के निर्माण में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसका वहन नोएडा प्राधिकरण और हरियाणा सरकार 50-50 प्रतिशत करेगी। साथ ही दोनों ओर की एप्रोच रोड अपने-अपने खर्चे पर तैयार की जाएगी। इसका अधिकारिक पत्र फरीदाबाद मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से नोएडा प्राधिकरण को प्राप्त हो गया है, जिसमें कहा गया है कि वर्ष के अंत तक परियोजना पर पूरी तरह से काम शुरू कर दिया जाएगा।
बनेगा 650 मीटर का एलिवेटेड ट्रैक
छिजारसी कट से आगे 650 मीटर का एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा। यह एलिवेटड छिजारसी से बहलोलपुर अंडरपास के पास तक होगी। इसके बनाने में 700 करोड़ का खर्च आएगा। 11 साल पहले इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की बात हुई थी।
एक्सप्रेसवे के 17 किमी हिस्से का 70 प्रतिशत काम पूरा
यह रोड हरनंदी के पुश्ता से होकर दादरी सूरजपुर छलेरा (डीएससी) रोड के ऊपर से जाएगी। इसके बाद नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर एक अंडरपास बनेगा। एक्सप्रेसवे का करीब 17 किमी हिस्से का 70 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है।
कहां से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे?
यह एक्सप्रेसवे छिजारसी से नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को पार करता हुआ यमुना तक करीब 23 किमी का है। एक्सप्रेसवे गाजियाबाद के एनएच-24 को नोएडा के छिजारसी, बहलोलपुर, सोहरखा, सेक्टर 112, 140, नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, सेक्टर-168 होकर फरीदाबाद के गांव लालपुर में आकर निकलेगा। यह पहला एक्सप्रेसवे होगा जो तीन एनसीआर के तीन बड़े शहरों को सीधे जोड़ेगा।
प्रोजेक्ट की क्या है विशेषता?
एक्सप्रेसवे पूरा बनने के बाद गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा।
फरीदाबाद सरकारी निकाय परियोजना लागत साझा करने को तैयार
एफएनजी एक्सप्रेसवे को मूर्ति रूप देने के लिए वर्ष 1989 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को प्रस्ताव दिया था, ताकि तीन शहरों के बीच यात्रा करने वालों को दिल्ली में प्रवेश से रोका जा सके और जाम से बचाया जा सके, लेकिन 27 वर्ष से परियोजना कछुए की गति से चल रही थी।