2.4kViews
1032
Shares
दिल्ली
एनएच-नौ पर विनोद नगर के पास सर्विस लेन पर जलभराव होता है। हल्की वर्षा में भी यहां पानी भर जाता है। हर साल वाहन चालकों को जलभराव का सामना करना पड़ता है। जलभराव होने पर नालों की सफाई को लेकर सवाल खड़े होते हैं।
ऐसे में बरसात शुरु होने से पहले सर्विस लेन पर वाटर चैंबर बनाकर अस्थायी पंप लगाया जा रहा है। एनएचएआई के नाले का पानी पीडब्ल्यूडी के नाले में डाला जाएगा। दावा किया जा रहा है ऐसा करने पर सर्विस लेन पर जलभराव नहीं होगा। यह प्रयोग कितना सफल होता है यह वर्षा होने पर ही पता चलेगा।
हाईवे के दोनों साइड हैं नौ किलोमीटर लंबे बरसाती नाले
एनएच-नौ के दोनों साइड एनएचएआई के नौ किलोमीटर लंबे बरसाती नाले हैं। एनएच का पानी इन नालों में जाता है। यह नाले एक मीटर गहरे व तीन फुट चौड़े हैं। सरायकाले खां से गाजियाबाद की ओर जाने वाले मार्ग पर एनएचएआई के नाले के समानांतर पीब्ल्यूडी का नाला भी बहता है।
इसमें रिहायशी क्षेत्रों का पानी आता है। एनएच-नौ पर विनोद नगर के पास सर्विस लेन पर वर्षा के दौरान पानी जमा होता है। आइपी एक्सटेंशन व पांडव नगर क्षेत्र में सर्विस लेन के मुकाबले विनोद नगर में लेवल कम है। ऐसे में यहां वर्षा में पानी भर जाता है।
कैसे भर जाता है पानी?
एनएच-नौ का पानी पाइप के जरिये सर्विस लेन पर आ जाता है। यहां सड़क का लेवल कम होने से पानी जमा हो जाता है। वह पानी तेजी से एनएचएआई के बरसाती नाले में जा नहीं पाता है। जलभराव के कारण अक्सर वर्षां में यहां वाहन बंद हो जाते हैं, जिस कारण सर्विस लेन पर पानी भर जाता है।
क्या बोले रविंदर नेगी?
विनोद नगर से भाजपा के पार्षद रहे रविंदर नेगी ने आप सरकार को अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए कई बार नाव भी चलाई है। पार्षद रहते वह इस साल पटपड़गंज सीट के विधायक बन गए। कुछ दिनों से विधायक फेसबुक पर कई वीडियो अपलोड करके यह दिखा चुके हैं वह एनएच-नौ की सर्विस लेने पर वर्षा में नाव चला चुके हैं।
इस साल नौबत फिर से ऐसी न आए, इसलिए वह एनएच-नौ पर नाले की सफाई करवा रहे हैं। मौजूदा वक्त में एनएच-नौ की सर्विस लेने पर पीडब्ल्यूडी के नाले की सफाई का काम चल रहा है। गाद सर्विस लेने की सड़क पर रखी हुई है।
गत वर्ष एनएचएआई ने भी अपने बरसाती नालों की सफाई करवाई थी, लेकिन अब भी वह नाले भरे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि विनोद नगर में एनएचएआई ने वाटर चैंबर बना दिया है। कुछ दिनों में अस्थायी पंप लगा दिया जाएगा। वर्षा होने पर पंप के जरिये एनएचएआई के नाले का पानी पीडब्ल्यूडी के नाले में डाला जाएगा। पीडब्ल्यूडी का यह नाला गाजीपुर में जाकर सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के नाले में जाकर मिल जाता है।