कैशियर समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है पुलिस
इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद बैंक के अंचल प्रमुख तरुण कुमार विश्नोई की तहरीर पर शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सिंह, कैशियर जयप्रकाश सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में सामने आया था। रकम हड़पने के बाद आकाश मिश्रा, सौमिल, सुखदेव, नीलेश और वीरबहादुर के खाते के खाते में रकम भेजी जाती थी।
मुख्य आरोपित शाखा प्रबंधक समेत तीन आरोपितों की अब भी है तलाश
शाखा प्रबंधक का दोस्त है सुखदेव, कानपुर में साथ की थी पढ़ाई
धोखाधड़ी कर ग्राहकों की रकम हड़पने के मामले में गिरफ्तार सुखदेव मुख्य आरोपित शाखा प्रबंधक राघवेंद्र का करीबी दोस्त रहा है। इंस्पेक्टर शेर सिंह ने बताया कि दोनों कानपुर में कई साल तक साथ में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते रहे। तबसे उनकी दोस्ती रही। राघवेंद्र को बैंक में नौकरी मिल गई लेकिन सुखदेव को नहीं मिली। शाखा प्रबंधक ग्राहकों की रकम हड़पने के बाद सुखदेव के भी खाते में भेजता था। इसके बाद मिलने वाले लाभ में हिस्सा देता था। मथुरा का होने के बावजूद भी राघवेंद्र ने उसका जसराना में खाता खुलवाया था।