‘प्रॉपर्टी टैक्स जमा करके जिम्मेदारी निभाएं लोग’
निगम ने अपने जारी बयान में स्पष्ट किया है कि कोई संपत्तिकर माफ नहीं हुआ है, लेकिन जो भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है उससे निगम के संपत्तिकर से आने वाले राजस्व में कमी जरूर आई है।
नहीं माफ हुआ है कोई संपत्तिकर
गलतफहमी से हुई राजस्व में गिरावट
क्योंकि वर्ष 25 फरवरी से लेकर 31 मार्च तक वर्ष 2023-24 में 361 करोड़ का राजस्व आया था, लेकिन 2024-25 में यह राजस्व 193 करोड़ ही हो गया। इससे पता चलता है कि राजस्व में यह गिरावट उक्त घोषणा के कारण हुई गलतफहमी से हुई। जबकि आखिरी समय में कर भरने वाली की संख्या ज्यादा रहती है।
निगम ने यह भी कहा है कि हमने इसको लेकर कई बार स्पष्ट किया कि कोई संपत्तिकर माफ नहीं हुआ है, लेकिन लोगों तक यह संदेश पहुंचाना पर्याप्त नहीं था। निगम ने अपील की है कि निगम का अच्छा वित्तीय स्वास्थ्य होने जरुरी है।
इसलिए स्वच्छता के साथ गलियों के निर्माण, रखरखाव, जल निकासी और स्ट्रीट लाइट जैसी नागरिक सुविधाएं लोगों को प्रदान करने के लिए नागरिक संपत्तिकर और अन्य करों का भुगतान करें।