आज करणी सेना का है प्रदर्शन
क्षत्रिय करणी सेना का कुबेरपुर के पास गढ़ी रामी में राणा सांगा की जयंती पर 12 अप्रैल को रक्त महास्वाभिमान सम्मेलन होना है। ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गुरुवार को पुलिसकर्मियों को दंगा नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। शुक्रवार को भी अफसरों ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
जिले में सात हजार का फोर्स
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि 12 अप्रैल को शहर, सांसद आवास और सम्मेलन स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा रहेगी। जिले में सात हजार का फोर्स है। वहीं झांसी, मेरठ, मैनपुरी, फिरोजाबाद, मथुरा सहित अन्य जनपदों से पुलिस फोर्स और नौ कंपनी पीएसी आई है। चार हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा भारी मात्रा में फोर्स रिजर्व में रहेगा, जो जरूरत के हिसाब से संबंधित स्थान पर पहुंचेगा। सभास्थल से लेकर सांसद आवास तक आठ सौ बैरियर लगाए गए हैं। शहर में 24 स्थानों में चेकिंग पोस्ट बनाए गए हैं। प्रत्येक चेकिंग पोस्ट पर इंस्पेक्टर के अलावा सौ पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी।
सांसद के आवास की बढ़ाई सुरक्षा
पुलिस ने शुक्रवार शाम से ही संजय प्लेस स्थित सांसद के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी। तीन डोर फ्रेम मेटलडिटेक्टर लगाए गए हैं। आने-जाने वालों की रजिस्ट्रर में एंटी की जा रही है। कालोनी में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही थी। शनिवार को सांसद के आवास की त्रिस्तरीय सुरक्षा रहेगी। एसीपी के नेतृत्व में दो सौ से अधिक पुलिसकर्मी व पीएस के जवान तैनात रहेंगे। आवास का क्षेत्र नो व्हीकल जोन रहेगा।
सुरक्षा व्यवस्था
- 4000 कुल सुरक्षाकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात
- 9 कंपनी पीएसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात
- 2 स्पेशल ड्रोन कैमरों से निगरानी
- 800 बैरियर लगाए जाएंगे
- 24 स्थानों पर पुलिस चेक पोस्ट
सपा को आज शांति मार्च निकालने को नहीं मिली अनुमति
सपा राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान पर तोड़फोड़ के विरोध में शनिवार को सपा ने शांति मार्च निकालने का निर्णय लिया था। गुरुवार को सपा कार्यालय पर सपा राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन की मौजूदगी में हुई बैठक में शांति मार्च निकालने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए सपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा और महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार ने मार्च निकालने के लिए अनुमति मांगी थी लेकिन शुक्रवार शाम तक अनुमति नहीं दी गई।