गुरुवार को जानसठ रोड स्थित ग्रीन फार्म हाउस पर शादी समारोह हुआ, जिसमें राहुल ठाकुर ने 31 हजार रुपये समेत जेवर और वस्त्र आदि भात के रूप में दिए। इसके साथ ही सरधना के गांव नानू से आई बारात का स्वागत भी किया। शाम पांच बजे राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से आसमा को हेलीकॉप्टर में बैठाकर विदा किया।
राहुल बताते हैं कि भांजी की विदाई के समय पिता ठाकुर अमन सिंह राणा समेत दोनों बच्चे मौजूद रहे। विदाई के समय परिवार भावुक हो गया। वह बताते हैं कि तीन पीढियों से दोनों परिवार एक दूसरे के सुख-दुख में शामिल होते हैं। आगे बच्चों को भी इस रिश्ते को निभाने की शिक्षा देते हैं।

परवीन ने निभाया बहन का फर्ज

राहुल ठाकुर बताते हैं कि परवीन ने हमेशा बहन का फर्ज निभाया। एक साल पहले सगी बहन की शादी हुई। तब परवीन परिजनों के साथ कतर से शादी समारोह में शामिल होने आई थी। ढेरों उपहार दिए थे। तीन साल पहले पिता हादसे का शिकार हो गए थे। उनके उपचार के लिए काफी खर्च आया था। पैसे खत्म हो गए थे। जब परवीन को यह बात पता चली तो आठ लाख रुपये लेकर अस्पताल पहुंची थीं।