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नोएडा
ग्रेटर नोएडा में पिता के लापता होने पर जब बेटे ने देखा कि पुलिस उन्हें ढूंढने में लापरवाही बरत रही है, तो उसने खुद ढूंढने का प्रयास किया और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से पिता को ढूंढ निकाला। हालांकि, ये सब करने में उसे नौ दिन लग गए और उसके हाथ बुजुर्ग पिता का शव ही लगा।
मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग का शव घर के पास ही एक सूखे नाले में पड़ा था, जो पूरी तरह सड़ चुका था। आशंका जताई जा रही है कि पैर फिसलने से नाले में गिरने की वजह से उनकी मौत हुई है। पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज बेटे का कहना है कि यदि पुलिस ने उसके पिता को ढूंढने में गंभीरता दिखाई होती तो संभव है वह जीवित मिल जाते।
मूल रूप से बिहार के छपरा निवासी कृष्ण कुमार सरकारी चिकित्सक के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद बेटे के साथ जारचा कोतवाली क्षेत्र के एनटीपीसी परिसर में रह रहे थे। उनके बेटे ओम प्रकाश सिंह डीपीएस में शिक्षक हैं। मानसिक रूप से बीमार कृष्ण कुमार विगत एक अप्रैल को घर से निकले थे, लेकिन लौटे नहीं। स्वजन के तलाशने पर उनका सुराग नहीं मिला तो अगले दिन उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
सीसीटीवी कैमरे की मदद से तलाश किया
पुलिस के अनुसार, उसने एनटीपीसी टाउनशिप परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से उनकी तलाश का प्रयास किया, लेकिन कोई सुराग न लगने पर आशंका जताई कि वह परिसर से ही किसी गाड़ी में बैठकर बाहर निकले हैं। पिछले आठ दिनों से पुलिस के साथ स्वजन इसी बिंदु पर उनकी तलाश कर रहे थे। जब पुलिस उन्हें तलाश नहीं पाई, तो पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज ओम प्रकाश ने पुलिस से इतर भी ढूंढना शुरू किया। साथ ही आसपास के गांवों और स्कूल की बसों पर उनकी गुमशुदगी के पोस्टर भी चस्पा किए।
इस हालत में मिला था शव
वहीं, बुधवार को ओम प्रकाश ने घर से सटे स्टेडियम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला। इसमें उन्हें पिता स्टेडियम के पास स्थित पानी की टंकी की तरफ जाते दिखाई दिए। वहां लोहे की जाली की फेंसिंग टूटी हालत में थी। पिता की तलाश करते हुए वह आगे बढ़े तो उनकी एक चप्पल मिली। थोड़ा आगे बढ़कर तलाश करने पर सूखे नाले में शव मिला। जिस जगह शव मिला, वह उनके घर से महज 50 मीटर की दूरी पर है।