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मुरादाबाद
करीब 11 साल पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पुतले की शव यात्रा निकालने और पुतला दहन करने वाले युवा मोर्चा के निवर्तमान जिला अध्यक्ष विशाल त्यागी, महानगर अध्यक्ष संजीव चौधरी समेत 11 भाजपाई बुधवार को न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से बरी हो गए।
13 जून 2014 को भारतीय जनता युवा मोर्चा मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष विशाल त्यागी व महानगर अध्यक्ष संजीव चौधरी के नेतृत्व में भाजपाइयों ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पुतले की शव यात्रा निकाली थी और कलेक्ट्रेट पर पुतला दहन किया था। इस मामले में सिविल लाइंस के तत्कालीन इंस्पेक्टर देव प्रकाश शुक्ला ने सौ से अधिक भाजयुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
11 भाजपाइयों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में चल रही थी। बुधवार को अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में विशाल त्यागी, संजीव चौधरी, प्रदीप शर्मा, अक्षय श्रीवास्तव, संजय कट्टा, वैभव शर्मा, मनोज सैनी, अनिल ठाकुर, गौरव रस्तोगी, अजय चौधरी और हिमांशु गिरी को दोषमुक्त कर दिया।
पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने वाले प्रकरण पर सपा प्रमुख ने कसा तंज
सिविल लाइंस क्षेत्र में तीन दिन पहले पुलिसकर्मियों को घर में बंधक बनाकर उनके साथ धक्कामुक्की करने वाले प्रकरण में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा है।
उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर अपने अकाउंट पोस्ट करते हुए कहा कि जिस राज्य में पुलिस को ही बंधक बना लिया जा रहा हो, वहां पर कानून व्यवस्था का अपहरण तो हो ही जाएगा। इस मामले में पुलिस दंपती को गिरफ्तार कर चुकी है। दो आरोपित फरार है।
कटघर क्षेत्र के मुहल्ला शिवपुरी निवासी अर्चना शर्मा ने पिछले दिनों कटघर पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें मझोला के लाइनपार निवासी मुनेंद्र पर रुपये नहीं देने का आरोप लगाया था।
पिछले कई दिनों से कटघर पुलिस मुनेंद्र को फोन करके थाने बुला रही थी लेकिन, वह नहीं पहुंच रहा था। बीते सोमवार को दोपहर कटघर थाने में तैनात दो सिपाही रामतैलया चौकी पर पहुंचे और मामले की जानकारी चौकी इंचार्ज को दी। चौकी इंचार्ज ने चौकी से दो सिपाही ओर भेज दिए।
मुनेंद्र पड़ोस के घर में बैठा हुआ था। पुलिस उसके पास पड़ोसी के घर ही पहुंच गई। इस दौरान पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। यहां धक्कामुक्की करते हुए अभद्रता की थी। चौकी इंचार्ज ने पहुंचकर किसी तरह पुलिसकर्मियों को बंधक मुक्त कराया था।
मामले में पुलिस ने मकान स्वामी राजेश शर्मा, भाई गौरव शर्मा और पत्नी प्रीति और मुनेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने आरोपित राजेश शर्मा और इसकी पत्नी प्रीति को गिरफ्तार कर लिया है हालांकि उन्हें इस मामले में बाहर से जमानत मिल गई थी। इस घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए सरकार को घेरा है।