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शामली
जिले के ग्रामीण अंचल के गली-मोहल्लों और बाजार विद्युत सप्लाई नहीं आने पर भी जगमग होते रहेंगे। ग्रामीण इलाकों को शासन की दो प्रमुख योजनाओं से लाभांवित किया जाएगा। इसके तहत 20 गांवों के प्रमुख गली, मोहल्लों एवं चौराहों में 10-10 एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी, वहीं ग्रामीण बाजारों में 139 लाइटें लगेंगी। इन गांवों का चयन सांसद, विधायक, एमएलसी, जिपं अध्यक्ष समेत जनप्रतिनिधियों के माध्यम से किया जाएगा।
प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम से बाबू कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना शुरू की है। इस योजना का लाभ जिले के 20 गांवों को मिल सकेगा। इसके तहत गांव-गांव को सोलर स्ट्रीट लाइट से रोशन किया जाएगा।
तीन विधानसभाओं के जनप्रतिनिधि संग डीएम की बैठक
गांव के सार्वजनिक स्थलों पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी। इसमें जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से चयनित गांवों को डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति में रखा जाएगा। यहां से स्वीकृति मिलने के उपरांत इन प्रत्येक 10-10 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। यूपीनेडा के परियोजना निदेशक के मुताबिक, गांवों में सार्वजनिक स्थलों पर मार्ग प्रकाश व्यवस्था निर्बाध एवं बेहतर रखने के लिए 25 से 30 घरों के मध्य यह लाइट लगाई जाएगी। प्रत्येक लाइट 12 वोल्ट 18 वॉट की है, जबकि इसकी कीमत 22 हजार 264 है।
200 लाइट में 44 लाख 52 हजार 800 रुपये की लागत आएगी
ऐसे में 200 लाइट में 44 लाख 52 हजार 800 रुपये की लागत आएगी। ग्रामीण इलाकों में बाजार, बस स्टैंड अथवा जहां अधिक दुकानें स्थित होंगी। उन स्थलों पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर योजना में 139 लाइटों का लक्ष्य है। यह भी तीनों विस क्षेत्रों के गांवों का चयन कर लगाई जाएगी।
प्रत्येक लाइट 12 बोल्ट 18 वाट होंगी, जबकि प्रत्येक की कीमत 22 हजार 464 है। इसके तहत गांवों में इन लाइटों में 31 लाख 19 हजार 994 रुपये का खर्च आएगा। इन लाइटों को लगाने की कवायद तेज कर दी गई हैं। सीडीओ एवं डीपीआरओ जनप्रतिनिधियों से संपर्क साधकर गांवों का चयन कराएंगे।
डीएम की गठित समिति लेंगी अंतिम निर्णय
सांसद, एमएलए, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष समेत जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गांवों का चयन कराकर लाइटें लगाई जाएंगी, लेकिन गांवों का चयन कर डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति में पहले इसे रखना होगा। इसके निर्धारित बिंदुओं एवं मानकों के अनुसार ही समिति का निर्णय होगा। समिति के निर्णय के बाद त्वरित गति से लाइटों को लगाना शुरू किया जाएगा। इसमें डीएम अध्यक्ष रहेंगे, जबकि सीडीओ, डीपीआरओ, परियोजना निदेशक यूपीनेडा व बीडीओ को भी शामिल किया जाएगा।