सरकार ने कई विकास योजनाएं शुरू की हैं, जिन्हें लागू करने के लिए अनुभवी और जिम्मेदार अधिकारियों की जरूरत है, ऐसे में ये पद काफी अहम हो जाते हैं।
दास कैडर की स्थापना वर्ष 1967 में हुई थी, दास अधिकारियों का कहना है कि पिछले पांच दशकों से उनके कैडर की समीक्षा नहीं की गई है, जबकि नियम के अनुसार हर पांच साल में समीक्षा होनी चाहिए थी।