जाली न लगने से समस्या यह आ गई है कि जहां आइलैंड बने हैं, वहां यात्री खड़े हो जाते हैं। यात्री खड़े होने से यहां पर आटो, बसें और अन्य वाहन खड़े हो जाते हैं। इससे व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है। जब यहां जाली लग जाएगी, पौधे लग जाएंगे तो यहां खूबसूरती बढ़ेगी। 

एक बार जाली लगने से न तो यहां पर लोग खड़े होंगे और न ही वाहन यहां आएंगे। इससे जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। इस चौराहे पर पैदल जाने वाले लोगों के लिए चारों तरफ घूमने वाली लाइन बनाई गई है। इसी लाइन पर पैदल जाने वाले लोग जाएंगे। 

इससे हादसों में कमी आएगी।जाली लगने के बाद पैदल जाने वाले लोगों के लिए ओपनिंग और एंट्री एक ही दी जाएगी। जाली जीएमडीए को लगानी है। उनसे इस काम की प्रगति को लेकर हर सप्ताह बातचीत होती है। ट्रैफिक लाइट जल्द ही जलवा दी जाएगी। 

हीरो होंडा चौक के आगे एंट्री और एग्जिट प्वाइंट एक ही है। फ्लाइओवर पर एक लेन बंद है, इसे कब तक खोला जाएगा?

एंट्री और एग्जिट प्वाइंट एक होने की जानकारी अभी नहीं है। मैंने एक महीने पहले ही यहां ज्वाइन किया है। माैके का मुआयना कर इसकी जानकारी ली जाएगी। अगर ऐसी बात है तो एनएचएआइ को इसके लिए लिखा जाएगा। वाहन चालकों की सुरक्षा ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी है। फ्लाइओवर के काम को लेकर एनएचएआइ से पूछा जाएगा कि काम कहां तक पहुंचा है। 

हाईवे पर अवैध कट खुले हैं, इसे बंद कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही है?

हाईवे का मुआयना कर अवैध कटों के बारे में जानकारी ली जाएगी। जहां कहीं भी अवैध कट हैं, इन्हें बंद कराने के लिए एनएचएआइ को कहा जाएगा। अवैध कटों पर जर्सी बैरिकेड भी लगाए जाएंगे। वाहन चालकों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होगा। 

अभी बीते दिनों द्वारका एक्सप्रेसवे पर भी कुछ अवैध कट बंद कराए गए। यहां अवैध रूप से वाहन चालक या जानवर एक्सप्रेसवे पर अचानक न आएं, इसके लिए यहां रेलिंग भी लगवाई जाएगी। इसको लेकर भी पत्र लिखा गया है। 

हाईवे, सेक्टर रोड पर पशु सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं, इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

बीते दिनों हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी इसका मुद्दा उठा था। पशुओं को सड़क से हटाने का जिम्मा जीएमडीए का है।इसके लिए समिति की बैठक में भी कहा गया। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कई और मुद्दे पर भी उठाए गए। इसमें वर्षा से पहले जलभराव वाली जगहों पर काम कराना भी शामिल है। अंडरपास में पानी न जाए, इसके लिए अभी से कवायद जारी है। 

लोगों से की ये अपील

माता-पिता यह हमेशा ध्यान रखें कि बच्चों को गाड़ी न चलाने दें। उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें। 18 वर्ष की उम्र होने के बाद लाइसेंस बनवाकर ही वाहन चलाने की अनुमति दें। गुरुग्राम के सभी लोग यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं। इससे वह खुद और अन्य लोग भी सुरक्षित रहेंगे।