इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बताया कि तीन दिनों में अभिनव ने कुल 9.78 लाख रुपये की चोरी की थी। मंदिर के प्रशासक सिविल जज (जूनियर डिवीजन) द्वारा नियुक्त चार अधिवक्ता कमिश्नर और मंदिर के दोनों प्रबंधक उमेश शर्मा व मुनेश शर्मा की उपस्थिति में माह के अंतिम सप्ताह में मंदिर की 16 दान पेटिकाएं खोली जाती हैं। 

40 लोगों की मौजूदगी में होती है कैश की गिनती

मंदिर के पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूको बैंक और स्टेट बैंक वृंदावन में खाते हैं। चारों बैंक शाखाओं के दो-दो प्रतिनिधि समेत 40 लोगों की मौजूदगी में कैश की गिनती होती है। दोपहर दो बजे से साढ़े चार बजे तक होने वाली गिनती सीसीटीवी की निगरानी में चार से पांच दिन तक की जाती है। गिने गए पैसे बैंक एकाउंट में जमा कराए जाते हैं। औसतन हर माह एक करोड़ की दानराशि आती है।पहले कर्मचारियों ने की थी चोरी 

पिछले दो दशक से चल रही कैश की गिनती की व्यवस्था में बैंक कर्मचारी द्वारा चोरी की यह पहली घटना है। इससे पहले 19 सितंबर 2020 को मंदिर के दो कर्मचारियों ने 27,500 की चोरी की थी। दोनों को जेल भेजा गया था।