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उन्नाव
310 किमी के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर अवैध पार्किंग से होने वाले हादसाें पर अंकुश लगाने के लिए यूपीडा की ओर से बड़ी कार्ययोजना तैयार की गई है। अब हर 50 किमी में एक पार्किंग (ले-बाई) स्थल बनेंगे। जिसका प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है।
अधिकारियों का मानना है कि पार्किंग स्थल न होने से चालक वाहनों को एक्सप्रेसवे पर ही खड़ा कर देते हैं। जिससे दूसरा वाहन पीछे से टकराकर हादसे का शिकार हो जाता है। पार्किंग स्थल बन जाने से चालक यहां रुकने के साथ झपकी दूर करने के लिए आराम भी कर सकेंगे।
प्रस्ताव पर शासन की मुहर लगने के बाद छह जगहों पर पार्किंग स्थल बनाया जाएगा। जिसमें नित्यक्रिया, आराम करने व खाने-पीने तक की सुविधाएं होंगी।
बता दें कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हादसों की एक वजह वाहनों की गलत पार्किंग है। भारी वाहनों के चालकों को टायर ठंडे करने के लिए हर 40-50 किमी पर 20-25 मिनट रुकना पड़ता है।
ले-बाई जाेन न होने से यह एक्सप्रेसवे पर ही वाहनों को खड़ा कर देते हैं। जो हादसों का कारण बनता था। माना जा रहा है कि प्रस्ताव पर शासन की मुहर लगते ही हर 50 किमी में पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। आगरा से लखनऊ तक छह जगहों पर यह स्थल होने से चालकों को तो बड़ी राहत मिलेगी ही, हादसों पर भी अंकुश लगेगा।
टोल प्लाजा को बना दिया स्लीपिंग जोन
भारी वाहनों के चालकों ने आगरा व लखनऊ टोल को स्लीपिंग जोन बना दिया। टायर ठंडे करने की आंड़ में चालक वाहन को यहां खड़ाकर घंटों आराम करते हैं। बड़ी तादात में वाहनों के खड़े हो जाने से अन्य छोटे वाहनों को निकलने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। हादसों का भी खतरा बना रहता है। यूपीडा के मुख्य सुरक्षाधिकारी ने बताया कि स्लीपिंग जोन को खत्म करने के लिए चालान की कार्रवाई शुरू की गई है।
अवैध पार्किंग ले चुकी 12 की जान, 31 हुए घायल
जनवरी 2023 से अब तक लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर औरास, बांगरमऊ, बेहटामुजावर व हसनगंज क्षेत्र में अवैध पार्किंग से 14 हादसे हुए। जिसमें 12 की जान चली गई, जबकि 31 लोग घायल हो चुके हैं।भारी वाहनों के चालक एक्सप्रेसवे पर बनाई गई पार्किंग लेन पीली पट्टी के अंदर वाहन खड़ा करने की जगह उससे हटकर वाहन खड़ा कर देते हैं, रात के समय तेज रफ्तार में आने वाले वाहन पीछे से टकरा जाते हैं।
मुख्यमंत्री की वीडियोकांफ्रेसिंग में एक्सप्रेसवे पर पार्किंग स्थल का मुद्दा यूपीडा के अधिकारियों की ओर से उठाया गया था। जिस पर प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है। प्रस्ताव पर मुहर लगते ही हर 50 किमी की दूरी पर पार्किंग स्थल (ले-बाई) बनाया जाएगा। जिसमें चालकों के लिए हर तरह की सुविधा दी जाएगी।- रमेश चंद्र दुबे, मुख्य सुरक्षाधिकारी, यूपीडा