गुरुवार दोपहर करीब 4:30 बजे जिला जेल में दिल्ली से राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की एक टीम किसी प्रकरण में जांच के लिए आई हुई थी, बताया जाता है कि अधिकारी इसमें व्यस्त थे, इसी दौरान जेल में बैरक के पीछे पाइप से पैजामे का नाड़ा बांधकर बंदी ने फांसी लगा कर जान दे दी।
कोर्ट ने सुनाई थी सजा
वर्ष 2021 से जेल में बंद दुष्कर्मी को चार दिन पहले ही न्यायालय ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म के मामले में मौत होने तक दोहरे कारावास की सजा सुनाई थी। प्रशासन इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। रात 9:30 बजे बंदी के शव को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रात में ही चिकित्सकों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। मजिस्टेट द्वारा मृतक के स्वजनों के बयान दर्ज किए है।
डीएनए जांच से हुई थी दुष्कर्म की पुष्टि
जावर थाना अंतर्गत छह जुलाई 2021 की रात रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना ने सब को दहला दिया था। घटना दिवस पीड़िता की मां और पिता में विवाद हुआ था। इससे नाराज होकर बालिका की मां उसके छोटे भाई को लेकर मायके चली गई थी। घर पर नाबालिग बेटी अकेली थी। रात्रि के लगभग नौ बजे सो रही थी, तब पिता ने उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया था।
इस घटना की सूचना पर थाना जावर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। मामले की जांच के दौरान बालिका की मौत हो गई थी। इसलिए उसके कथन न्यायालय में नहीं हो सके थे। बालिका की मां ने घटना का समर्थन नहीं किया था।
पुलिस द्वारा डीएनए जांच में बालिका से आरोपित पिता द्वारा बलात्संग की पुष्टि हुई थी। इस कृत्य की पुष्टि होने पर न्यायालय ने आरोपित को शेष प्राकृत जीवन काल के लिए कारावास और अर्थदंड से दंडित किया था।