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बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि आंतरिक समीक्षा में डेरिवेटिव बुक में सामने आईं विसंगतियाें की पहचान सितंबर-अक्तूबर तक कर ली गई थी। इसमें आरबीआई के अप्रैल, 2024 से लागू नियमों का उल्लंघन भी हुआ है।डेरिवेटिव खातों में विसंगतियों के कारण निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक की नेटवर्थ दिसंबर, 2024 तक 2.35 फीसदी या 1,577 करोड़ रुपये घट सकती है। इसका असर बैंक के चौथी तिमाही के नतीजों में देखने को मिल सकता है। डेरिवेटिव खाते का इस्तेमाल वित्तीय अनुबंधों के जरिये ट्रेडिंग करने के लिए होता है। वहीं, बैंक के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक सुमंत कठपालिया का कार्यकाल तीन साल की जगह एक वर्ष बढ़ाने के आरबीआई के फैसले से बैंक के शेयर सोमवार को 3.86 फीसदी तक टूट गए।