ब्राजील में राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। देश के पूर्व राष्ट्रपति जैयर बोलसोनारो को सुप्रीम कोर्ट ने हाउस अरेस्ट (नजरबंद) करने का आदेश दिया है। उन पर देश में तख्तापलट की साजिश रचने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का गंभीर आरोप लगा है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और ब्राजील के बीच ट्रेड वॉर तेज़ हो गई है।
क्यों हुआ हाउस अरेस्ट का आदेश?
रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस ने यह आदेश दिया। उन्होंने बताया कि बोलसोनारो ने पिछले महीने सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन किया है। वे अपने तीन सांसद बेटों के सोशल मीडिया अकाउंट्स के ज़रिए कंटेंट पोस्ट कर रहे थे। इसके अलावा रविवार को उन्होंने रियो डी जेनेरियो में अपने समर्थकों को भी संबोधित किया था जो नियमों के खिलाफ था।
हाउस अरेस्ट के आदेश के बाद ब्राजील की फेडरल पुलिस तुरंत बोलसोनारो के ब्रासीलिया स्थित घर पहुंची। पुलिस ने उनका मोबाइल फोन ज़ब्त कर लिया है और उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। उन्हें अब कहीं आने-जाने की इजाज़त नहीं होगी।
बोलसोनारो के साथ-साथ उनके 33 सहयोगियों पर भी सरकार की नज़र है। इन सभी पर लोकतंत्र को खत्म करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश का आरोप लगा है।
अमेरिकी सरकार की निंदा
इस मामले में अमेरिका की भी गहरी नज़र है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जस्टिस के इस फैसले की निंदा की है। इस बीच बोलसोनारो की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इलेक्ट्रॉनिक एंकल मॉनिटर (इलेक्ट्रॉनिक टखना टैग) पहनने का भी आदेश दिया है जिससे उनकी हर गतिविधि पर नज़र रखी जा सकेगी।